वजीरगंज: वजीरगंज बाजार स्थित शिशु शांति निकेतन में कई माह से रह रहे दो बच्चे को ‘बचपन बचाओ आंदोलन’ दिल्ली के पदाधिकारियों ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से मुक्त करवा कर उनकी मौसी को सौंप दिया. उनकी उम्र 10 से 12 वर्ष के बीच थी. उक्त दोनों बच्चे अजय व विक्की की मौसी कोडरमा निवासी सीता देवी ने बताया कि इस विद्यालय में इनकी मां रेखा देवी व पिता गोविंद बहादुर केयर टेकर का काम करते थे.
कुछ माह पहले सीता देवी अपने पति व बच्चों को छोड़ कर गायब हो गयी. इसके बाद इनके पिता भी कहीं चले गये. तब से ये स्कूल में ही रह रहे थे. कुछ दिनों बाद वह उन्हें लेने आयी. लेकिन, विद्यालय के संचालक ने उनकी देखभाल व पढ़ायी के बकाये रुपये की मांग कर दी. कई बार आने के बाद भी बच्च नहीं सौंपा गया. इसके बाद वह बचपन बचाओ आंदोलन की शरण में पहुंचे.
संस्था के पदाधिकारियों की उपस्थिति में वजीरगंज थाने से बच्चों को मुक्त करवाने की गुहार लगायी गयी. थानाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विद्यालय से बच्चों को थाने पर लाकर मौसी को सौंप दिया. इस कार्य के लिए बचपन बचाओ आंदोलन के गोविंद खनाल, शैलेंद्र शास्त्री, सुधीर शर्मा, कुमकुम मौर्य, विजय तुरी पहुंचे हुए थे.