– विगत रविवार को बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर के अंदर व बाहर हुए बम धमाकों के बाद पांच दिन बीत चुके हैं, पर अब तक जांच एजेंसियां किसी नतीजे तक नहीं पहुंची हैं. इससे एक तरफ जहां जांच कार्य को लेकर बोधगया में माहौल लगातार असहज बना हुआ है, तो दूसरी तरफ आमलोग जल्द से जल्द बोधगया को सामान्य देखना चाहते हैं. इस बीच, देश–विदेश के पर्यटक व तीर्थयात्री बोधगया की स्थिति पर नजर लगाये हैं. कुछ साहस कर आ रहे हैं, तो कुछ अन्य अपनी यात्रा स्थगित कर रहे हैं या फिर टाल रहे हैं. –
बोधगया : महाबोधि मंदिर परिसर के अंदर व बाहर विगत रविवार को हुए बम धमाकों के बाद स्थानीय स्तर पर स्थिति में जरूर सुधार है, पर लगता है विदेशी तीर्थयात्री अब भी चिंतित हैं. हाल में कुछ देशों से आनेवाले तीर्थयात्रियों के जत्थे यहां नहीं पहुंचे. इन्होंने अपनी यात्रा स्थगित कर दी. शुक्रवार को भी वियतनामी यात्रियों का एक दल बोधगया पहुंचनेवाला था, पर यह दल भी नहीं आया. इसी तरह थाईलैंड से आनेवाला एक तीर्थयात्री जत्थे ने भी अपनी बुकिंग कैंसल करा दी है.
पता चला है कि वियतनाम से करीब दो दर्जन तीर्थयात्रियों का एक जत्था 12 जुलाई को बोधगया पहुंचनेवाला था. इस टीम की वापसी 14 जुलाई को थी. पर, विस्फोट की खबर के बाद वियतनामी नागरिकों के इस दल ने बोधगया का ट्रिप रद्द करा लिया. इसी तरह थाईलैंड से भी तीर्थयात्रियों का एक बड़ा समूह बोधगया आनेवाला था. इस समूह में भी करीब 15 लोगों को आना था. हालांकि बोधगया में इनके ठहराव की अवधि लंबी थी. पता चला है कि इन्हें 21 से 28 जुलाई तक यहां ठहरना था.
ऊपरोक्त विदेशी समूहों की तरह और भी कई समूहों की बोधगया यात्रा के रद्दे होने की सूचनाएं आने लगी हैं. हालांकि अब तक इन सभी की पुष्टि नहीं हो सकी है. वैसे, तीर्थयात्रियों की यात्राएं रद्द होने की सूचना पर शुक्रवार को यहां पहुंचे केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला ने चिंता जतायी है. उन्होंने कहा कि विदेशी नागरिकों को आश्वस्त किया जाना चाहिए कि यहां किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है.
* बुद्ध दर्शन के लिए उमड़ने लगी है भीड़
बोधगया : विगत रविवार को महाबोधि मंदिर परिसर में हुए बम धमाकों के बाद फिर से बोधगया की रौनक लौटने लगी है. लोग सहजता के साथ बोधगया में विचरण कर रहे हैं. महाबोधि मंदिर ही नहीं, बोधगया के अन्य महत्वपूर्ण ठिकानों पर भी लोगों की भीड़ उमड़ने लगी है.
महात्मा बुद्ध की जिस 80 फुट ऊंची प्रतिमा के पास विस्फोट की घटना हुई थी, वहां भी दिनभर लोगों का आना–जाना शुरू हो गया है. इसी तरह थाईलैंड मंदिर, श्रीलंका मंदिर, जापान मंदिर व अन्य बौद्ध मंदिरों में भी श्रद्धालुओं का आगमन होने लगा है. बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमेटी (बीटीएमसी) के सचिव एन दोरजे ने कहा है कि आनेवाले चंद दिनों मे स्थिति और सामान्य हो जायेगी.
बीटीएमसी ने कहा है कि वे विभिन्न तरीके से बोधगया आनेवाले देसी–विदेशी तीर्थयात्रियों व पर्यटकों को आश्वस्त कर रहे हैं कि वे बेखौफ होकर यहां आ सकते हैं, रह सकते हैं. कहीं किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी.
* विस्फोट के बारे में थाईलैंड में थी गलत सूचना
बोधगया : महाबोधि मंदिर के पास बम विस्फोट के बारे में थाईलैंड में कहीं से कोई गलत सूचना पहुंच जाने की वजह से वहां लोग काफी परेशान थे. बौद्ध श्रद्धालुओं में काफी मायूसी थी. पता चला है कि वहां कहीं से भ्रम पैदा करनेवाली सूचना फैल गयी कि बोधगया में विगत रविवार को हुए विस्फोट में 9 लोगों की मौत हो गयी थी.
इस वजह से वहां हर व्यक्ति परेशान था. वहां के नागरिकों ने बोधगया स्थित रॉयल थाई मंदिर में अपने प्रतिनिधियों से बात की. बाद में महाबोधि मंदिर के मुख्य पुजारी भिक्खु चालिंदा से कई थाई नागरिकों की बात भी करायी गयी. हालांकि इस बीच वहां से आनेवाले कई तीर्थयात्रियों ने अपनी बोधगया यात्रा रद्द करा दी है.
* सुरक्षा के लिए बौद्ध भिक्षु ने शुरू किया अनशन
बोधगया : बोधगया में सीरियल बम–ब्लास्ट की घटना में संलिप्त दोषियों की पहचान व उनकी गिरफ्तारी न होने और बोधगया मंदिर की पर्याप्त सुरक्षा को लेकर भंते बुद्ध शरण शुक्रवार से माया सरोवर के बाहर अनशन शुरू कर दिया.
भंते बुद्ध शरण ने बताया कि बोधगया में मंदिरों की सुरक्षा के लिए स्थायी रूप से सीआइएसएफ की तैनाती, बोधगया में मुख्य स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने, एनआइए की जांच जल्द पूरी करने, दोषियों की पहचान कर गिरफ्तारी करने और उन्हें कड़ी सजा दिलाने की मांग की है. उन्होंने जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की भी मांग की है.
भंते ने मोतिहारी में निर्माणाधीन प्राचीन अशोक विहार के निर्माण पर जिला प्रशासन द्वारा लगायी गयी रोक भी हटाने की मांग की है.