गया: कोतवाली थाना क्षेत्र के अनुग्रह नारायण रोड में स्थित एक मकान की बिक्री के नाम पर अगरबत्ती के कच्चे माल के व्यवसायी मो मिन्हाजुद्दीन से एक ही परिवार के कई लोगों द्वारा 39 लाख रुपये ठगने के मामले को कोतवाली थाने की पुलिस ने गंभीरता से लिया है. इंस्पेक्टर शशि भूषण सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच की जिम्मेवारी दारोगा एसएन पाल को दी गयी है.
इस मामले के आरोपित पप्पू कुमार सिन्हा व सरोज लाल जेल भेजे जा चुके हैं. व्यवसायी मिन्हाजुद्दीन ने इनके अलावा अनीश कुमार श्रीवास्तव, पंकज कुमार श्रीवास्तव, शुभम कुमार और गड्डू कुमार सिन्हा को भी आरोपित बनाया है. जानकारी के मुताबिक, अब तक की जांच में पप्पू व सरोज को इस मामले से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ा पाया गया है.
गौरतलब हो कि मिन्हाजुद्दीन ने सोमवार को कोतवाली थाने में 39 लाख रुपये ठगे जाने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. कोतवाली थाना क्षेत्र के जामा मसजिद- दु:खहरनी मंदिर के गेट के समीप रहने वाले मिन्हाजुद्दीन का दूसरा घर अनुग्रह नारायण रोड में है. उसने बताया कि उसके घर के पास एक मकान की बिक्री की बात पप्पू ने वर्ष 2010 में रखी. पप्पू ने जानकारी दी थी कि मकान मालिक गया से बाहर हैं. वह घर को किसी मुसलिम को नहीं बेचना चाहते. कथित तौर पर पप्पू ने कहा कि उसने मकान को एक करोड़ पांच सौ रुपये में खरीदने का एग्रीमेंट करा लिया है. एडवांस के तौर पर मकान मालिक को 3.51 लाख रुपये दे चुका है.
पप्पू ने एग्रीमेंट का कागज भी दिखाया. पप्पू ने जानकारी दी थी कि उसे मुनाफे में सिर्फ पांच लाख रुपये चाहिए. मिन्हाजुद्दीन ने बताया कि इसी मकान को लेकर 26 मार्च 2010 को 2.51 लाख रुपये पप्पू को चेक के माध्यम से उन्होंने दिया. उन्होंने दावा किया है कि तब से 21 मार्च 2013 तक पप्पू व उनके परिवार के अन्य सदस्यों को 39 लाख रुपये दे चुके हैं.
लेकिन, मकान की रजिस्ट्री उनके नाम से नहीं हो पायी. अपने आप को ठगा महसूस कर से कोर्ट से नोटिस भेजा. उसने नोटिस का जवाब भी दिया और मकान की रजिस्ट्री जल्द करा देने की बात भी कही. लेकिन, समय बीतता चला गया. पप्पू बार-बार टाल-मटोल करता रहा. थक-हार कर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी.