बोधगया: बोधगया नगर पंचायत अपना दायरा बढ़ाने की तैयारी में जुट गया है. बोधगया क्षेत्र में स्थित धर्मारण्य, मतंगवापि, सरस्वती व सुजाता गढ़ को नगर पंचायत अपने क्षेत्र में रखना चाहती है. मोचारिम के मुचलिंद सरोवर व गया-डोभी रोड स्थित जिंदापुर तालाब को भी नगर पंचायत अपनी निगरानी में रखने का मन बनाया है.
सोमवार को हुई नगर पंचायत की बैठक में सीमांकन पर चर्चा हुई व सीमा से लगे पर्यटन व धार्मिक स्थलों को नगर पंचायत में जोड़ने पर सहमति बनी. पारित प्रस्ताव में उत्तर में सड़क से पूरब डीएवी कैंट स्कूल तक, दक्षिण में मुचलिंद सरोवर व जिंदापुर तालाब तक के क्षेत्र को नगर पंचायत में शामिल करने का प्रस्ताव है. वर्तमान दायरे को बढ़ाते हुए पूरब में धर्मारण्य, सरस्वती व बकरौर गांव सहित सुजाता गढ़ को भी नगर पंचायत के नियंत्रण में रखने की योजना है. पश्चिम दिशा में भलुआ व मोहड़र गांव को भी नगर पंचायत क्षेत्र में शामिल करने पर वार्ड पार्षदों ने सहमति जतायी.
नगर पंचायत अध्यक्ष प्रीति सिंह ने बताया कि स्थानीय ऑल इंडिया भिक्खु संघ के सामने पड़ी खाली भूमि पर गेस्ट हाउस बनाने के लिए सरकार से भूमि की मांग की जायेगी. इससे नगर पंचायत का आय भी बढ़ेगा. बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बिरला धर्मशाला के पश्चिम स्थित बस पड़ाव तक वाहनों को आने-जाने के लिए सेचेन मोनास्टरी के बगल से रास्ते के लिए भूमि का अधिग्रहण किया जाये.
इससे वाहनों का आवागमन महाबोधि मंदिर से काफी दुरी से होगा व मंदिर क्षेत्र में ध्वनि व वायु प्रदूषण से निजात के साथ ही सुरक्षा के लिहाज से भी बेहतर होगा. उन्होंने बताया कि बरसात में बोधगया क्षेत्र में काफी संख्या में पौधे लगाने की योजना है. विकास योजनाओं के बाधित होने के सवाल पर उपाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि बोधगया में जारी सिवरेज का काम पूरा होने में हो रहे विलंब के कारण कई योजनाएं पूरी नहीं हो पा रही है. इसके लिए बोर्ड ने सरकार को लिखने का प्रस्ताव पारित किया है.
बोर्ड की बैठक शुरू होने से पहले केदारनाथ में आये आपदा के दौरान मारे गये लोगों के आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन रखा गया. नगर पंचायत ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में एक लाख रुपये भेजने का प्रस्ताव पारित किया है. बैठक में गत बैठक की संपुष्टि की गयी व बोधगया में आउटसोर्सिग से शुरू की गयी सफाई व्यवस्था पर सहमति दी गयी.