फतेहपुर : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), फतेहपुर, में डॉक्टर के नहीं रहने के चलते मंगलवार को गांववालों ने जम कर हंगामा किया. मौके पर पहुंचे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा. घटना की सूचना पाकर पहुंचे बीडीओ विकास कुमार, सीओ शैलेश कच्छप, थाना प्रभारी अखिलेश कुमार व […]
फतेहपुर : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), फतेहपुर, में डॉक्टर के नहीं रहने के चलते मंगलवार को गांववालों ने जम कर हंगामा किया. मौके पर पहुंचे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा. घटना की सूचना पाकर पहुंचे बीडीओ विकास कुमार, सीओ शैलेश कच्छप, थाना प्रभारी अखिलेश कुमार व प्रभारी प्रमुख अरुण दादपुरी आदि ने लोगों को समझा-बुझा कर जैसे-तैसे शांत कराया.
हंगामा कर रहे लोगों का कहना था कि सड़क हादसे में घायल धनगांव निवासी नवल सिंह को लेकर वे लोग पीएचसी पहुंचे, तो ड्यूटी पर तैनात डॉ गिरजेश कुमार गायब मिले. इस दौरान तीन और घायल भी इलाज के लिए आ पहुंचे. चारों का इलाज नहीं हो सका. इस पर घायलों को लाये लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया. इनका आरोप था कि निजी प्रैक्टिस के कारण डॉ गिरजेश कुमार अस्पताल से अक्सर गायब रहते हैं. नाइट ड्यूटी भी नहीं करते हैं. ऐसी घटनाएं पहले भी उनकी ड्यूटी के दौरान हो चुकी हैं.
हंगामे के बीच पीएचसी पहुंचे पदाधिकारियों से ड्यूटी के दौरान अस्पताल के डॉक्टरों की निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाने की लोगों ने मांग की. इस पर बीडीओ व सीओ ने डॉ गिरजेश कुमार को फटकार लगायी. साथ ही, प्रभारी चिकित्सक अशोक कुमार को कार्रवाई करने के लिए कहा. बीडीओ ने कहा कि अस्पताल के कामकाज में किसी तरह की लापरवाही बरदाशत नहीं होगी.
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल परिसर में ही बीडीओ, सीओ, थानाप्रभारी, पीएचसी प्रभारी, प्रमुख, भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष पंकज कुमार, रसगुल्ला सिंह व पंसस अभय कुमार सिंह आदि ने एक बैठक की. इसमें निर्णय लिया गया कि भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं हों, इसके लिए 10 नवंबर को दोपहर दो बजे डॉक्टरों, कर्मचारियों, प्रखंड के वरीय पदाधिकारियों व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर जरूरी कदम उठाये जायेंगे.