गया: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल रंग लायी व पढ़ाई छोड़ चुकी रीना कुमारी ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने की अपनी कवायद फिर से शुरू दी. नगर प्रखंड की शेरपुर गांव निवासी विकलांग रीना का गुरुवार को मिर्जा गालिब कॉलेज में नामांकन हुआ. कॉलेज प्रशासन ने मुख्यमंत्री के आदेश पर आइए में दाखिला लिया है. उसे उच्च व अच्छी शिक्षा दिलाने में कॉलेज मदद करेगा.
कॉलेज किसी प्रकार का शुल्क भी नहीं लेगा. इससे इस छात्र के जीवन में उजाला आने की उम्मीद बढ़ गयी है.
गौरतलब है कि दोनों पैरों व एक हाथ से विकलांग रीना गत 10 जून को पटना में मुख्यमंत्री के जनता दरबार में कुछ काम दिलाने की फरियाद करने गयी थी. लेकिन, मुख्यमंत्री ने उसे आगे की शिक्षा हासिल करने को कहा व यथासंभव मदद करने का आश्वासन दिया.
रीना बताती है कि घर की गरीबी से परेशान होकर उसने कुछ काम करने की ठानी. लेकिन, उसे काम नहीं मिला. थक-हार कर काम पाने की इच्छा लेकर वह मुख्यमंत्री के जनता दरबार में गयी. उसने मुख्यमंत्री से काम दिलाने का आग्रह किया, ताकि वह अपना और परिवार का बोझ उठा सके. लेकिन, मुख्यमंत्री ने उससे पढ़ाई जारी रखते हुए उच्च शिक्षा हासिल करने की बात कही. इसके बाद रीना ने फिर से पढ़ाई शुरू करने की ठानी.
2007 में पास की थी मैट्रिक
रीना ने 2007 में टी मॉडल स्कूल से द्वितीय श्रेणी में मैट्रिक की परीक्षा पास की. इसके बाद आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से उसने आगे की पढ़ाई छोड़ दी. पिता गणपत राव मोटर गैराज में बतौर मिस्त्री काम करते हैं. दो भाइयों व दो बहनों में सबसे छोटी रीना बचपन से ही विकलांग है. कॉलेज में दाखिला होने के बाद वह काफी खुश है. अब उसकी इच्छा उच्च शिक्षा प्राप्त करने की है.