बोधगया: वेतन भुगतान को लेकर मगध विश्वविद्यालय के शिक्षकेतर कर्मचारियों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है. गुरुवार को मन्नुलाल केंद्रीय पुस्तकालय के सीनेट हॉल में आयोजित आमसभा में 589 कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं होने पर चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया.
मगध विश्वविद्यालय के शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमितेश प्रकाश ने आमसभा के बाद घोषणा की कि तीन दिनों के अंदर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कर्मचारियों के तीन माह का वेतन का भुगतान नहीं किया जाता है, तो कर्मचारी आंदोलन करेंगे. इससे पहले इस आशय की लिखित सूचना मगध प्रमंडल के आयुक्त सह प्रभारी कुलपति आरके खंडेलवाल को दे दी जायेगी. अध्यक्ष ने बताया कि पहले चरण में कलमबंद व इसके बाद काला बिल्ला लगा कर कर्मचारी कार्यालय आयेंगे. इसके बाद भी वेतन का भुगतान नहीं किया गया, तो काम बंद करके आंदोलन की राह अख्तियार किया जायेगा.
अध्यक्ष के घोषणा से पूर्व कई कर्मचारियों ने वेतन के अभाव में पैदा हुई समस्या का जिक्र किया. कर्मचारी इस बात को लेकर भी आक्रोशित थे कि शिक्षकों का वेतन भुगतान किस आधार पर किया गया और कर्मचारियों के लिए सृजित 589 पदों के विरुद्ध मात्र 527 कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया जा रहा है, जबकि सरकार द्वारा मात्र 554 कर्मचारियों के लिए रुपये भेजे जाने की बात कही जा रही है. कर्मचारी संघ के पूर्व महासचिव अमरनाथ पाठक ने आमसभा में बताया कि पिछले चार वर्षो में उन्होंने 150 कर्मचारियों का पद सरकार द्वारा स्वीकृत कराया है.
साथ ही शेष बचे कर्मचारियों के पद भी स्वीकृत किये जाने का भरोसा दिया गया था. आमसभा में कई कर्मचारियों ने वेतन के मामले में एकजुटता दिखाते हुए 589 कर्मचारियों के भुगतान होने तक आंदोलन करने पर सहमति जतायी. अंतत: सर्व सम्मति से तीन दिनों का समय देते हुए चरणबद्ध आंदोलन करने की घोषणा की गयी. इस दौरान बिहार राज्य विश्वविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रमेश प्रसाद सिंह, मगध विश्वविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के महासचिव पीएन उपाध्याय सहित संघ के सभी पदाधिकारी मौजूद थे.