भाकपा-माओवादी संगठन के शीर्षस्थ नेताओं ने लेवी व अन्य डिमांड के लिए यमुना बस के मालिक उपेंद्र सिंह को धमकी दी है. साथ ही, गया जिले में यमुना बस के परिचालन पर रोक लगा दी है. माओवादियों ने यमुना बस ट्रैवल्स कंपनी की नौ बसों के सभी ड्राइवरों व खलासियों को कामकाज करने पर हाथ-पैर काट देने की धमकी दी है.
माओवादियों के इस फरमान के बाद यमुना बस को चलानेवाले सभी ड्राइवर व खलासी सहित अन्य कर्मचारी बसों को शेरघाटी अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न बस स्टैंडों में लगा कर अपने-अपने घर चले गये हैं. माओवादियों के आतंक से भयभीत यमुना बस के मालिक ने इस बाबत शिकायत दर्ज नहीं करायी है. लेकिन, पुलिस के वरीय अधिकारियों ने उपेंद्र सिंह से इस मामले में कई बार पूछताछ की है. सूचना मिली है कि खुफिया विभाग से जुड़े अधिकारी भी इस घटना को लेकर पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेज चुके हैं.
जानकारी के अनुसार, उपेंद्र सिंह की यमुना बस ट्रैवल्स के नाम से नौ बसें शेरघाटी अनुमंडल के बांकेबाजार, इमामगंज, रानीगंज व डुमरिया सहित अन्य इलाकों में चलती हैं. लेकिन, माओवादियों की धमकी के बाद बसों का परिचालन रोक दिया गया है. उपेंद्र सिंह सड़क निर्माण के कामकाज से भी जुड़े हैं. उनकी एजेंसी के माध्यम से जिले के नक्सलग्रस्त इलाके में करोड़ों रुपये का कामकाज हो रहा है. माओवादियों की धमकी के बाद सड़क निर्माण के कामकाज पर भी असर पड़ गया है. सड़क निर्माण के कामकाज से जुड़े वाहनों के ड्राइवर व अन्य कर्मचारी भी उनके साथ काम करने से कन्नी काट रहे हैं. हालांकि, इस मामले में यमुना बस के मालिक उपेंद्र सिंह फिलहाल कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं. लेकिन, उनसे किये गये सवालों का जवाब देने में जिस रूप से वह परहेज करते रहे, उससे साफ झलकता है कि उन्हें धमकी मिली है.