गया: टीकाकरण को शत-प्रतिशत सफल बनाने को लेकर बुधवार को होटल विष्णु विहार में आयोजित मीडियाकर्मियों की प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में आयुक्त आरके खंडेलवाल ने शिरकत किया. कार्यशाला में टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त करने व मीडिया के सहयोग से स्वस्थ बिहार के निर्माण पर मंथन हुआ.
इस दौरान मुख्य अतिथि आरके खंडेलवाल ने कहा कि टीकाकरण को लेकर लोग सजग हुए हैं. बिहार में टीकाकरण का 70 प्रतिशत लक्ष्य पूरा किया गया है,लेकिन अभी भी 30 प्रतिशत के अंतर को पार करना है. श्री खंडेलवाल ने कहा कि यह 30 प्रतिशत ही सबसे कठिन लक्ष्य हैं. इन्हें पाने के लिए मीडिया व स्वास्थ्य विभाग को एक साथ होकर कार्य करना होगा. उन्होंने पुराने आंकड़े को पेश करते हुए कहा कि एक समय जब औसत 32 से 34 हुआ करती थी. आज औसत उम्र 64 हो चुकी है. लेकिन, अभी भी कई जगहों पर बच्चों के जीवन की गारंटी नहीं है. ऐसे में टीकाकरण को कल्चर की तरह अपनाना होगा.
ऐसी पहल होती है, तो भारत का भविष्य स्वस्थ होगा और लंबी उम्र भी जियेगा. इस कोशिश में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण हैं. इसी उद्देश्य से मॉडल के तौर पर सूबे में पहली बार यह प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला किया गया. यह कार्यशाला सफल रहा तो राज्य के अन्य प्रमंडलों के साथ-साथ जिले व प्रखंड स्तर पर भी आयोजित किया जायेगा. यूनिसेफ की संचार विशेषज्ञ निपूरा गुप्ता ने कहा कि बिहार में प्रतिवर्ष एक लाख टीकाकरण सत्र आयोजित होते हैं और 30 लाख लोगों का टीकाकरण किया जाता है. इनमें 27 लाख बच्चे व तीन लाख महिलाएं शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि मीडिया का काम सिर्फ सवाल करना व सामाचार प्रसारित करने तक सीमित नहीं होना चाहिए, बरन सहयोग व सुझाव भी देना चाहिए. उन्होंने मीडिया को टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने में स्वास्थ्य विभाग के पार्टनर के तौर पर उभरने का न्योता दिया. क्षेत्रीय उपनिदेशक (स्वास्थ्य) डॉ राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि मीडिया से अपेक्षित सहयोग मिलता रहा है, पर अब टीकाकरण को लेकर रचनात्मक सहयोग की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि जालेवा बीमारी चेचक पूरी तरह नियंत्रित हो गया. इसी प्रकार मानव जीवन के लिए अभिशाप बना पोलियो पर नियंत्रण पा लिया गया. अब जापानी इनसेफ्लाइटिस व एक्यूट इनसेफ्लाइटिस सिंड्रोम से बच्चे जूझ रहे हैं.
इन बीमारियों का इलाज संभव नहीं है. सिर्फ टीकाकरण कार्यक्रम को शत-प्रतिशत सफल बना कर काबू पाया जा सकता है. यह काम मीडियाकर्मियों के रचनात्मक सहयोग के बगैर संभव नहीं है. क्षेत्रीय उपनिदेश, जनसंपर्क विदु भूषण ने अपील किया कि मीडिया टीकाकरण कार्यक्रम को वहां तक पहुंचायें, जहां जाना अब भी बाकी है. इस मौके पर मीडिया व टीकाकरण कार्य से संबंधित विभिन्न विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्र व आंगनबाड़ी केंद्र का दौरा कर कॉल्ड चेन सिस्टम व टीकाकरण पद्धति की विस्तृत जानकारी ली.