गया: गया जिले के आमस थाना क्षेत्र के नवगढ़ स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में हुई लूट में शामिल डकैतों की पहचान व गिरफ्तारी के लिए गया व औरंगाबाद जिलों की पुलिस आपस में समन्वय स्थापित कर कार्रवाई कर रही है. गुरुवार को एसएसपी निशांत कुमार तिवारी ने औरंगाबाद एसपी उपेंद्र शर्मा से बात की. इस लूटकांड की जांच के लिए सिटी एसपी राकेश कुमार ने शेरघाटी के डीएसपी अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) का गठन किया है. एसआइटी में इमामगंज इंस्पेक्टर राजकुमार तिवारी, बांकेबाजार थानाध्यक्ष मधुसूदन कुमार, आमस थानाध्यक्ष सिंधु शेखर सिंह व शेरघाटी इंस्पेक्टर कमलेश कुमार शर्मा को शामिल किया गया है.
एसआइटी के अधिकारियों ने औरंगाबाद के मदनपुर थानाध्यक्ष व मुफस्सिल इंस्पेक्टर सोना प्रसाद सिंह से संपर्क किया. अबतक हुई जांच में एसआइटी का मानना है कि सभी डकैत औरंगाबाद जिले के रहनेवाले हैं. एसआइटी ने औरंगाबाद जिले में विगत कई वर्षो में हुए बैंक डकैती की घटनाओं में शामिल रह चुके गिरोह के सदस्यों की जानकारी जुटायी गयी. औरंगाबाद के कई थानों की पुलिस से बैंक लूट गिरोह के सदस्यों का भौतिक सत्यापन कराया गया. इसमें से कुछ सदस्य औरंगाबाद मंडल कारा में बंद पाये गये और कुछ सदस्यों को पता नहीं चल सका.
एसआइटी पहुंची बैंक : गुरुवार को शेरघाटी डीएसपी अजय कुमार सिंह व एसआइटी के अधिकारी नवगढ़ स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा पहुंचे. डीएसपी ने बैंक के लेखापाल मुकेश कुमार सिंह सहित नवगढ़ व आसपास के गांववालों से पूछताछ की. साथ ही, एसआइटी ने उन ग्राहकों से भी पूछताछ की, जो लूटपाट के दौरान बैंक में मौजूद थे. डीएसपी व एसआइटी के अधिकारियों ने सीसीटीवी का फुटेज दोबारा देखा और कई बिंदुओं पर छानबीन की.
बैंक की बढ़ायी गयी सुरक्षा : डकैती की घटना के बाद गुरुवार से बैंक ऑफ बड़ौदा की सुरक्षा के लिए एक दारोगा व चार पुलिस बल की तैनाती की गयी है. फिलहाल यह पुलिस बल बैंक आवर में तैनात रहेंगे.