गया : गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं ने शनिवार को राजकीय पॉलिटेक्निक, गया में आयोजित परीक्षा का बहिष्कार किया. परीक्षार्थियों ने समय पर परीक्षा शुरू नहीं करने व परीक्षा केंद्र में प्रवेश के समय जांच के नाम पर कर्मचारियों द्वारा छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया.
इंजीनियरिंग की तृतीय वर्ष की कोमल कुमारी, रीना कुमारी, सोनी कुमारी, आकांक्षा कुमारी, रानी कुमारी, मनीषा जायसवाल, नीमा कुमारी, अमृता कुमारी व रश्मि कुमारी ने बताया कि छठे सेमेस्टर की परीक्षा का समय 11 बजे से दो बजे तक निर्धारित था. लेकिन, राजकीय पॉलिटेक्निक का प्रवेश द्वार 11.15 बजे खोला गया. इसके बाद वहां मौजूद कर्मचारी उनके साथ अभद्रता करने लगे.
जांच के लिए एक भी महिलाकर्मी नहीं थी. कर्मचारियों ने छात्रों के समक्ष ही छात्राओं की जांच करने की बात कही. साथ ही, परीक्षा से निष्कासित करने की धमकी भी दी जा रही थी. इस पर सभी छात्र-छात्राओं ने परीक्षा का बहिष्कार किया. छात्राओं ने बताया कि पॉलिटेक्निक में प्रवेश के समय उनके साथ पुरुष कर्मचारी अभद्र तरीके से पेश आये.
समय पर नहीं होती परीक्षा. छात्राओं ने आरोप लगाया कि परीक्षा समय से नहीं ली जाती है. अब तक पांचवें सेमेस्टर का रिजल्ट नहीं आया है. बावजूद इसके छठे सेमेस्टर की परीक्षा ली जा रही है. प्रत्येक सेमेस्टर की परीक्षा छह माह में लेने का नियम है. लेकिन, कभी परीक्षा नौ माह, तो कभी तीन माह में ली जाती है.
छात्राओं के आरोप बेबुनियाद : केंद्राधीक्षक. केंद्राधीक्षक विधिलाल प्रभाकर ने छात्राओं के आरोपों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि प्रवेश के दौरान छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार नहीं किया गया, न ही किसी भी छात्र-छात्र को परीक्षा से निष्कासित करने की धमकी दी गयी. परीक्षा केंद्र में प्रवेश करते ही छात्र-छात्राएं एकजुट हो गये और बिना प्रश्नपत्र देखे कहने लगे कि प्रश्न सिलेबस के बहार से पूछे जा रहे हैं. छात्रों का कहना था कि इससे पहले भी परीक्षा में सिलेबस के बाहर से प्रश्न पूछे गये थे. इसके बाद सभी परीक्षार्थी पॉलिटेक्निक से बाहर चले गये.