शव के साथ रेल थाना पहुंचे मृतक के परिजन
गया : रेलवे में ठेकेदार के माध्यम से दैनिक मजदूरी पर काम कर रहे मजदूर रामधनी यादव की मौत का मामला गरमा गया है. मृतक के परिजन शव के साथ सोमवार को परिजन रेल थाने पहुंचे. मृतक का बेटा अजीत कुमार ने रेल थाना में ठेकेदारों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी (रेल थाना में कांड संख्या 53/19) दर्ज करवायी है. रेल थाने में अजीत कुमार के द्वारा दिये गये आवेदन में लिखा गया है कि ठेकेदार शंकर यादव, नागमणि सिंह व परीक्षित सिंह के द्वारा इनके पिता रामधनी यादव को दैनिक मजदूरी पर रेलवे के पीडब्लूआई के वर्क का काम करने के लिये बहाल किया गया था.
ड्यूटी के दौरान 20 फरवरी को साबल (लोहे की खंती) से चोट लगने से घायल हो गये थे. घायल होने के बाद कार्य स्थल पर तैनात ठेकेदार के मुंशी यदुनंदन यादव ने बिना इलाज कराएं छुट्टी दे दिया था. घर पहुंचने पर उनकी तबीयत जब बिगड़ गयी तब उन्हें 21 फरवरी को मगध मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिये भरती कराया गया था.
स्थिति अधिक बिगड़ने के बाद उन्हें पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिये भर्ती कराया गया जहां तीन मार्च को उनकी मौत हो गयी. आवेदन में लिखा गया है कि यदि समय पर इलाज कराया जाता तो रामधनी यादव की मौत नहीं होती. उन्होंने उक्त ठेकेदारों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए सभी के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराया है.
इधर, थानाध्यक्ष कमल किशोर सिंह ने बताया कि उक्त मामले को लेकर आवेदक अजीत कुमार के दिये गये आवेदन पर रेल थाना में कांड संख्या 53/19 में भादवि की धारा 304 ए व 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उन्होंने बताया कि मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि दोषियों के खिलाफ हर हालत में कार्रवाई की जायेगी.