बोधगया : बुधवार की रात बोधगया के जरहरा गांव में हुई अगलगी में तबाह हुए परिवारों को आर्थिक मदद करने पहुंची मम्मीजी एजुकेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक जेनी पेरे ने एक बच्ची को नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया. गुरुवार को जरहरा गांव पहुंच कर जेनी पेरे व ट्रस्ट के सचिव मुन्ना पासवान ने […]
बोधगया : बुधवार की रात बोधगया के जरहरा गांव में हुई अगलगी में तबाह हुए परिवारों को आर्थिक मदद करने पहुंची मम्मीजी एजुकेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक जेनी पेरे ने एक बच्ची को नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया. गुरुवार को जरहरा गांव पहुंच कर जेनी पेरे व ट्रस्ट के सचिव मुन्ना पासवान ने पीड़ित परिवारों को दो-दो हजार रुपये नकद व 50-50 किलो चावल दिया.
सचिव ने बताया कि अगलगी में वासुदेव रविदास, अनिल रविदास व सुनील रविदास के घर का सारा सामान व कपड़े जल कर राख हो गये. इस कारण संस्था की ओर से आर्थिक मदद के साथ ही पीड़ित सुनील रविदास की आठ वर्षीय बेटी खुशबू को संस्था द्वारा संचालित स्कूल में रख कर शिक्षा दिये जाने का निर्णय लिया गया है.
सरकारी सहायता भी उपलब्ध करायी गयी : अगलगी की घटना से पीड़ित परिवारों को बोधगया अंचल कार्यालय द्वारा प्रति परिवार को कंबल, प्लास्टिक व 9800 रुपये का चेक प्रदान किया गया है. सीओ शिव शंकर राय ने बताया कि पीड़ित परिवारों के किसी सदस्य का किसी बैंक में खाता नहीं खुला था, इस कारण पहले खाता खुलवाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है व उसके बाद उन्हें चेक सौंप दिया जायेगा.
उल्लेखनीय है कि गुरुवार की रात वासुदेव रविदास के घर में लगी आग के बाद घर में रखे गैस सिलिंडर में विस्फोट हो गया. इस कारण आग और भड़क गयी और पड़ोस के दो घरों को भी चपेट में ले लिया. अगलगी में गाय, गाय का बच्चा, बकरी व मुर्गा-मुर्गी जल गये. घर का सामान, नकदी व अनाज भी जल कर राख हो गया.