गया : जिंदगी भर मेहनत कर बेटों के लिए अलग-अलग रोजगार खड़ा किया, दोनों बेटों को मकान भी बनवाया. सोचा कि अब आराम से एक मकान में दोनों पति-पत्नी जिंदगी काट लेंगे. लेकिन, बड़े बेटे के करतूत व मारपीट से अब जीवन बोझिल लगने लगा है. यह बातें बेटे की शिकायत करने सिटी एसपी कार्यालय […]
गया : जिंदगी भर मेहनत कर बेटों के लिए अलग-अलग रोजगार खड़ा किया, दोनों बेटों को मकान भी बनवाया. सोचा कि अब आराम से एक मकान में दोनों पति-पत्नी जिंदगी काट लेंगे. लेकिन, बड़े बेटे के करतूत व मारपीट से अब जीवन बोझिल लगने लगा है.
यह बातें बेटे की शिकायत करने सिटी एसपी कार्यालय पहुंचे बजाजा रोड के रहनेवाले 62 वर्षीय सुरेश प्रसाद व उनकी पत्नी 60 वर्षीय मीरा देवी ने बुधवार को कहीं.
उन्होंने सिटी एसपी ने कहा कि बेटों के लिए अलग रोजगार खड़ा कर सोचा कि अब चैन से कुछ कमा कर जीवन की गाड़ी दोनों चला लेंगे. बड़ा बेटा मनीष कुमार हर वक्त मारपीट करता है. कहता है कि वह कोई मकान नहीं खाली करके जायेगा.
किसी जगह अगर शिकायत की, तो दोनों को जान से मार देंगे. दोनों वृद्ध ने सिटी एसपी से कहा कि बड़े बेटे के विरुद्ध पहले से कई आपराधिक मामले थाने में दर्ज हैं. कई बार वह घर से दोनों को बाहर कर कब्जा जमाने के चक्कर में मारपीट कर चुका है.
एक बार उनका छोटा बेटा जब बचाने पहुंचा, तो उसका सिर मनीष ने डंडे से मार कर फोड़ दिया. उन्होंने कहा कि मीरा देवी के नाम से एक कार खरीदा लेकिन उस पर भी उनका बड़ा बेटा कब्जा जमा लिया. सुरेश प्रसाद ने बताया कि उनकी पत्नी कई बीमारियों से ग्रसित है.
उसने एक स्टांप पेपर पर साइन कराया है जिसका वह इस्तेमाल करने की बात कहता है. इस संबंध में सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि दंपती की शिकायत पर कोतवाली थानाध्यक्ष को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. किसी भी हालत में किसी बुजुर्ग को उसके परिजन घर से बाहर नहीं निकाल सकते हैं.