Advertisement
अब पशु नहीं रहेंगे प्यासे, िजलेभर में 26 स्थानों पर तैयार हो रहे नाद
आशीष, गया : गर्मी के दिनों में पानी की किल्लत से इंसान के साथ-साथ जानवरों को भी दो-चार होना पड़ता है. पानी की खोज में जानवर यहां-वहां भटकते रहते हैं. कई बार पानी की खोज उनके लिए जानलेवा साबित हो जाती है. लेकिन, आनेवाले गर्मी के मौसम में पशुओं की इस समस्या को पीएचइडी काफी […]
आशीष, गया : गर्मी के दिनों में पानी की किल्लत से इंसान के साथ-साथ जानवरों को भी दो-चार होना पड़ता है. पानी की खोज में जानवर यहां-वहां भटकते रहते हैं. कई बार पानी की खोज उनके लिए जानलेवा साबित हो जाती है. लेकिन, आनेवाले गर्मी के मौसम में पशुओं की इस समस्या को पीएचइडी काफी हद तक दूर करने की कोशिश में लग गया है.
पीएचडी द्वारा जिले के 26 जगहों पर कैटल ट्रॉफ (नाद) का निर्माण कराया जा रहा है, ताकि पशुओं को गर्मी के दिनों में पानी के लिए भटकना नहीं पड़े. जिन जगहों पर नाद का निर्माण हो रहा है, वह नदी व मैदान के ईद-गिर्द है, जहां पशुओं का जमावड़ा लगता है.
कहां-कहां बन रहे नाद
टिकारी प्रखंड के सिंदुआरा तालाब के पास व मऊ सूर्य मंदिर तालाब के बगल में. कोंच प्रखंड परिसर के बगल में, मध्य विद्यालय सिंदुआरी के बगल में,गुरारू में मध्य विद्यालय घटेरा के समीप, परैया में मंझियावां नदी के समीप, अतरी में सहोड़ा पंचायत के पथरी मगंला हाट मैदान में व जियरी पंचायत के उपथु मवेशी हाट मैदान में नाद का निर्माण होगा. मोहड़ा के मालती पंचायत के दरियापुर तालाब के पास, नीमचकबथानी में आंगनबाड़ी के बगल में, मोहनपुर प्रखंड परिसर के समीप.
आमस में कलवन पंचायत के कलवन मध्य विद्यालय मैदान के समीप, इमामगंज में भलारी पंचायत के फतेहपुर स्कूल मैदान में, डुमरिया में चारा नर्सरी के कैंपस में, बांकेबाजार में पननीया पंचायत के हरणकेल सामुदायिक भवन मैदान में, गुरुआ में कलौना गांव के मैदान में, खिजरसराय में महकार पुलिस थाना के सामने, बाराचट्टी में बेविसर पंचायत के स्कूल के समीप व काहूदाग स्कूल के समीप.
इसी तरह डोभी बाइपास के समीप, नगर प्रखंड में टाई विगहा हाइ स्कूल के बगल में, मानपुर प्रखंड परिसर में, फतेहपुर में चारा नर्सरी फतेहपुर के कैंपस में व जयपुर पंचायत के संडेसर तालाब के समीप नाद का निर्माण होगा.
वहीं वजीरगंज में मुंदीपुर सामुदायिक भवन के पास, टनकुप्पा में बरसौना स्कूल के बगल में, बेलागंज में बेलहाड़ी तालाब के पास, बोधगया में टेकुना फार्म में और शेरघाटी में चिताबकला अहरा के पास नाद का निर्माण होगा.
क्या है योजना
देश में पशुओं को पानी पिलाने की एक परंपरा रही है. प्राचीन इमारतों के अतिरिक्त सार्वजनिक जगहों पर पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था आज भी देखने को मिल जाती है. इसी परंपरा को दुबारा जीवित करने के लिए विभाग के स्तर पर उच्चस्तरीय बैठक में यह प्रस्ताव लाया गया.
इसके तहत खेल मैदान, पशु हाट, सामुदायिक भवन के समीप पशुओं के लिए चार वर्गमीटर लंबाई के नाद निर्माण को मंजूरी मिली. इस नाद में सोलर पंप के जरिये पानी स्टोर किया जायेगा.
तीन लाख रुपये आयेगी लागत
इस नाद में सोलर पंप के जरिये पानी स्टोर किया जाना है. सोलर प्लेट व पंप समेत नाद आदि का कुल खर्च तीन लाख रुपये है. जगह के हिसाब से एक एचपी, दो एचपी व तीन एचपी का मोटर लगाया जायेगा. जिले के सभी 24 प्रखंडों में नाद निर्माण का काम शुरू हो चुका है. इसके अलावा सोलर प्लेट व मोटर पंप के लिए पीएचइडी द्वारा टेंडर निकाला जा रहा है.
विभाग से जुड़े अधिकारी कहते हैं कि एजेंसी के जरिये सोलर प्लेट व मोटर पंप लिया जायेगा. नाद का भीतरी सतह हलका नीला व बाहरी सतह नीला के अलावा गहरा नीला रंग की लाइन होगी, ताकि पशुओं को गर्मी के दिनों में वह दूर से दिख जाये.
क्या कहते हैं अधिकारी
जिले में इस योजना के तहत 26 जगहों पर नाद का निर्माण कराया जा रहा है, ताकि पशुओं को पानी मिल सके. यह देखने में आता है कि गर्मी के दिनों में पशु पानी के लिए यहां-वहां भटकते हैं. ऐसे में ऐसे जगहों पर नाद का निर्माण कराया जा रहा है, जहां काफी संख्या में पशु जमा होते हैं. सोलर प्लेट व पंप के लिए टेंडर निकाला जा रहा है.
विवेक कुमार, कार्यपालक अभियंता, पीएचइडी
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement