गया : भोजपुर जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल के तीन चिकित्सकों के साथ दुर्व्यवहार व पिटाई के विरोध में भाषा(बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ) के आह्वान पर गया में भी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों ने अोपीडी सेवा बंद रखी. हालांकि, इमरजेंसी सेवा में सभी डॉक्टर मौजूद रहे.
मगध मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, प्रभावती, संक्रामक रोग अस्पताल, टिकारी व शेरघाटी अनुमंडल सहित सभी सीएचसी व पीएचसी में ओपीडी सेवा बंद रही. भाषा के जिला सचिव संजय कुमार सिंह व क्षेत्रीय सचिव डॉ उमेश वर्मा ने बताया कि भोजपुर में तीन डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार की घटना काफी निंदनीय है.
एसडीओ ने पीएचसी का किया निरीक्षण
खिजरसराय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण एसडीओ मनोज कुमार ने किया. जांच के क्रम में ओपीडी बंद पाया गया. वहां कार्यरत डॉ भोला ने बताया कि संघ के निर्देश पर ओपीडी बंद है, वहीं आकस्मिक सेवा जारी है. दवाई रखने के लिए बने रेक की साफ-सफाई का निर्देश दिया गया. जांच के क्रम में टीकाकरण के लिए बने काउंटर के पास किसी तरह की राशि लिए जाने को लेकर पूछताछ की गयी, जिसमें वीरेंद्र कुमार व वसंत मांझी ने इससे इन्कार किया.
ओपीडी सेवा में 50 दवाओं के स्थान पर 34 दवाएं ही मिलीं. वहीं, आइपीडी में 34 की जगह 28 दवाएं पायी गयीं. इसके अलावा कैश बुक पंजी की भी जांच की गयी. इस दौरान स्वास्थ्य प्रबंधक दिलीप कुमार व लैब तकनीशियन से भी अन्य बिंदुओं पर जानकारी मांगी गयी.
मरीजों ने कहा-सर, दूध पतला मिलता है
गया : सदर एसडीओ सूरज कुमार सिन्हा ने बुधवार की दोपहर प्रभावती अस्पताल का निरीक्षण किया. वार्ड में निरीक्षण के क्रम में मरीजों ने एसडीओ से कहा कि सर यहां दूध पतला मिलता है जबकि नाश्ता व खाना की क्वालिटी ठीक है. इस पर एसडीओ ने वहां मौजूद कर्मियों को सुधार का निर्देश दिया. उन्होंने जनरल वार्ड की साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया. साथ ही अस्पताल परिसर की चहारदीवारी निर्माण की भी आवश्यकता जतायी.
निरीक्षण के क्रम में अस्पताल प्रबंधक विमलेश कुमार अनुपस्थित पाये गये, कर्मियों ने बताया कि वह अस्पताल नहीं आये हैं. ओपीडी, सामान्य वार्ड, एचआइवी सेंटर, पोषण परामर्श, प्रतिरक्षण सेंटर, ओटी, डॉट सेंटर, केंद्रीय पंजीकरण, लैब, दवा वितरण व एसएनसीयू का भी उन्होंने निरीक्षण किया. इन सभी जगहों पर कर्मियों की मौजूदगी मिली व व्यवस्था संतोषजनक पायी गयी.