गया: गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, नवादा व अरवल जिलों के पुलिस उपाधीक्षकों (डीएसपी) द्वारा पिछले छह माह (नवंबर 13 से अप्रैल 14) में किये गये कार्यो का हिसाब-किताब डीआइजी बच्चू सिंह मीणा लेंगे.
इस बाबत डीआइजी पांचों जिले के डीएसपी के साथ 10 व 12 जून को अपने कार्यालय में बैठक करेंगे. इस बाबत डीआइजी ने पांचों जिलों के एसपी को सभी डीएसपी के दायित्वों व उनकी जिम्मेवारियों से अवगत कराते हुए एक पत्र भेजा है. पत्र में डीआइजी ने डीएसपी के कामकाज के लिए एक समय सीमा निर्धारित की है. डीआइजी हर डीएसपी से वन-टू-वन बातचीत करेंगे और जिम्मेवारियों से संबंधित टिप्स देंगे.
डीआइजी ने बताया कि पिछले कुछ माह में मगध के पांचों जिले में हुए संगीन अपराधों की समीक्षा की. इस मामलों में डीएसपी की भूमिका नगण्य प्रतीत होती मिली. घटना के साथ ही मामले का सुपरविजन कर लेना है, ताकि घटना से संबंधित साक्ष्य पुलिस को उपलब्ध हो सके. लेकिन, डीएसपी रैंक के अधिकारी द्वारा तीन-तीन माह बाद भी घटनास्थल का जायजा नहीं लेने की शिकायत मिली है.
कुछ केसों के सुपरविजन रिपोर्ट में पुलिस पदाधिकारी द्वारा लिखा गया है कि घटना सत्य है, पर सूत्रहीन है. डीआइजी ने बताया कि यह कैसे संभव है. घटना हुई है तो उससे जुड़ा कोई न कोई सूत्र हर हाल में होगा, जिससे घटना का खुलासा हो सके. अगर ऐसा नहीं किया जा रहा है, तो यह पुलिस पदाधिकारी की नाकामी है. डीआइजी ने बताया कि ऐसे ही कई बिंदुओं पर डीएसपी से पूछताछ होगी.