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हाईअलर्ट पर बोधगया, मंदिरों और होटलों को सुरक्षाकर्मियों ने खंगाला
बोधगया : आतंकी संगठनों के निशाने पर आये महाबोधि मंदिर व बोधगया स्थित विभिन्न बौद्ध मठों की सुरक्षा एक बार फिर से हाई अलर्ट पर है. इसके मद्देनजर मंगलवार को बोधगया के विभिन्न बौद्ध मठों व होटलों की सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया गया. इसके तहत पहले चरण में बौद्ध मठों में नन लाइनर जंक्शन डिटेक्शन […]
बोधगया : आतंकी संगठनों के निशाने पर आये महाबोधि मंदिर व बोधगया स्थित विभिन्न बौद्ध मठों की सुरक्षा एक बार फिर से हाई अलर्ट पर है. इसके मद्देनजर मंगलवार को बोधगया के विभिन्न बौद्ध मठों व होटलों की सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया गया. इसके तहत पहले चरण में बौद्ध मठों में नन लाइनर जंक्शन डिटेक्शन (एनएलजेडी), एक्सप्लोसिव वैपर डिटेक्शन (ईवीडी) व डॉग स्क्वाड के माध्यम से जांच-पड़ताल की गयी.
बोधगया डीएसपी रमण कुमार चौधरी व थानाध्यक्ष शिव कुमार महतो के नेतृत्व में एसटीएफ के जवानों ने तिब्बत बौद्ध मठ, श्रीलंका बौद्ध मठ, चाइना बौद्ध मठ व बर्मीज विहार बौद्ध मठ के साथ ही तथागत इंटरनेशनल होटल की जांच-पड़ताल की. हालांकि, इस दौरान किसी तरह का आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने राहत की सांस ली.
महाबोधि मंदिर में सात जुलाई 2013 को किया गया था विस्फोट
विश्व में शांति का संदेश प्रसारित करनेवाला बौद्ध तीर्थस्थल महाबोधि मंदिर परिसर में विगत सात जुलाई 2013 को चार स्थानों पर सिलिंडर बम से विस्फोट किया गया था. साथ ही आतंकियों ने 80 फुट बुद्ध मूर्ति पर भी दो बमों को प्लांट किया था, जिसमें से एक बम विस्फोट हुआ था व दूसरा सलामत बरामद किया गया था. आतंकियों के निशाने पर सुजाता बाइपास रोड स्थित तेरगत मोनास्टरी भी रहा था. यहां भी एक बम विस्फोट किया गया था व दूसरा बरामद कर लिया गया था.
इसी रोड में एक पर्यटक बस में भी विस्फोट किया गया था. हालांकि, इस घटना में बोधिवृक्ष के नीचे वज्रासन के पास दो बौद्ध श्रद्धालु जख्मी हुए थे, पर हल्के जख्म ने बोधगया सहित बौद्ध जगत को गहरे घाव दे गया था. आतंकी अपने मंसूबे में कामयाब हो गये थे व बोधगया सहित देश के पर्यटन व्यवसाय को काफी बड़ा नुकसान हुआ था. डर के मारे बौद्ध श्रद्धालुओं व पर्यटकों की आवाजाही थम गयी थी.
गुनहगारों को मिली सजा
बोधगया ब्लास्ट में शामिल पांच आतंकियों को पिछले महीने ही एनआईए कोर्ट द्वारा सजा सुनाये जाने के बाद इस बात की चिंता और भी बढ़ गयी कि अपने साथियों को सजा होने के बाद संबंधित आतंकी संगठन एक बार फिर से बोधगया को दहलाने व बदनाम करने की साजिश रच सकता है. हालांकि, पिछले 19 जनवरी को बोधगया में तीन स्थानों पर बमों को प्लांट कर ऐसी कोशिश भी की गयी, पर उनकी साजिश को नाकाम कर दिया गया.
सुरक्षा एजेंसियों की मानें, तो ऐसी संभावना है कि बोधगया में बम विस्फोट के पांच साल पूरे होने पर एक बार फिर से आतंकी संगठन अपनी हरकत दिखा सकते हैं. इसे लेकर चौकन्ना रहने की आवश्यकता है. हालांकि, इस संबंध में बोधगया डीएसपी ने बताया कि जांच-पड़ताल रूटीन वर्क में शामिल है. महाबोधि मंदिर परिसर की हर दिन दो बार जांच की जाती है.
लेकिन, कयास लगाये जा रहे हैं कि खुफिया इनपुट के बाद सात जुलाई से पहले महाबोधि मंदिर व बोधगया की सुरक्षा को हाई अलर्ट पर रख दिया गया है. पिछले दिनों जोनल आईजी ने भी सुरक्षा की समीक्षा कर बोधगया में पेट्रोलिंग बढ़ाने व बौद्ध मठों व होटलों की जांच-पड़ताल करने का निर्देश दिया है.
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