बोधगया : पूर्व विधायक ज्योति मांझी ने सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से खुद को अलग कर लिया है. उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी है. इस बाबत पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को संबोधित एक पत्र भेज कर उन्होंने अपने निर्णय की जानकारी दे दी है.
बाराचट्टी की पूर्व जदयू विधायक ने अपने पत्र में लिखा है कि वह अपनी उपेक्षा के चलते आठ अप्रैल से खुद को पार्टी से अलग कर रही हैं. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष से आग्रह किया है कि उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाये. उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा में बाराचट्टी का प्रतिनिधित्व कर चुकीं श्रीमती मांझी लंबे समय से एकांतवास की स्थिति में थीं. उनके मुताबिक, जदयू में उन्हें कोई खास जिम्मेदारी भी नहीं मिली थी.
जदयू से अलग होने के बाद आगे उनकी क्या योजना है, यह पूछे जाने पर पूर्व विधायक ने कहा कि तमाम पार्टियों की स्थिति लगभग एक जैसी ही है. ऐसे में अच्छा होगा कि वह अपने करीबी लोगों का साथ देें. उन्होंने अपने समधी व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के संगठन ‘हम’ के साथ होने के प्रति सकारात्मक संकेत दिया.
स्मरण रहे कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान जदयू की सीटिंग विधायक होने के बावजूद उनका टिकट कट गया था. उनकी जगह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सदस्य समता देवी को जदयू, राजद व कांग्रेस के तत्कालीन महागठबंधन की तरफ से उम्मीदवार बनाया गया था. दरअसल, 2015 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन के लिए हुए एक समझौते के तहत जदयू को बाराचट्टी की अपनी जीती हुई सीट भी राजद के लिए छोड़नी पड़ी थी. चुनाव में तब राजद उम्मीदवार समता देवी ने बाराचट्टी से जीत का परचम लहराया था. तब से ही ज्योति मांझी राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़ गयी थीं.