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शराब धंधेबाज की गोली मार कर हत्या

इमामगंज (गया) : कोठी थाना क्षेत्र स्थित समदा आहर से पुलिस ने एक अधेड़ व्यक्ति का शव मंगलवार को बरामद किया. मृतक की पहचान कोठी बाजार के रहनेवाले गुप्तेश्वर प्रसाद अग्रवाल के रूप में की गयी है. पुलिस ने घटनास्थल से मृतक की घड़ी, महत्वपूर्ण कागजात, अलग-अलग कंपनियों के दो सिम, खून से सना गमछा, […]

इमामगंज (गया) : कोठी थाना क्षेत्र स्थित समदा आहर से पुलिस ने एक अधेड़ व्यक्ति का शव मंगलवार को बरामद किया. मृतक की पहचान कोठी बाजार के रहनेवाले गुप्तेश्वर प्रसाद अग्रवाल के रूप में की गयी है. पुलिस ने घटनास्थल से मृतक की घड़ी, महत्वपूर्ण कागजात, अलग-अलग कंपनियों के दो सिम, खून से सना गमछा, मृतक की बाइक (बीआर–02भी 4617) व कारतूस के नौ खोखे बरामद किये हैं. पुलिस की मानें, तो मृतक शराब के मामले में जेल की हवा खा चुका था, लेकिन अपना धंधा बंद नहीं किया था. वह झारखंड के

शराब धंधेबाज की…
चतरा जिला अंतर्गत प्रतापपुर थाना क्षेत्र के लोध्या गांव स्थित पहाड़ी के नीचे अवैध रूप से चलायी जा रही शराब की कई भट्ठियों का मालिक था और बिहार में शराबबंदी के बाद भी कोठी, इमामगंज व सलैया थाना क्षेत्र के कई गांवों में धंधा कर रहा था.
घटना के संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि अहले सुबह जब ग्रामीण टहलने के लिए अपने-अपने घरों से निकले, तो समदा आहर पर एक अधेड़ व्यक्ति का शव देखा. उन्होंने इसकी सूचना कोठी थाने को दी.
कोठी थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर छानबीन की. प्रारंभिक जांच के बाद घटनास्थल से मिले सामान के बारे में इमामगंज डीएसपी राजकुमार तिवारी को बताया गया. इसके बाद डीएसपी ने भी घटनास्थल पर पहुंच कर छानबीन की. मृतक की हत्या किस कारण से की गयी, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है. पुलिस ने कई ग्रामीणों का बयान लिया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है. इस मौके पर इमामगंज थानाध्यक्ष विनोद कुमार भी मौजूद थे.
साक्ष्य छुपाने के लिए आहर में फेंका शव
ग्रामीणों की मानें, तो हत्या कहीं और की गयी और साक्ष्य छुपाने के लिए शव को आहर में फेंक दिया गया, जिससे पुलिस को कोई शक न हो. अगर समदा आहर पर हत्या गयी होती, तो जमीन पर खून के निशान भी होते. इसके साथ मृतक के मुंह में बदमाशों ने गमछा डाल दिया गया था. मृतक के दोनों हाथों में भी गहरी चोट के निशान हैं, जो उसके साथ की गयी मारपीट को दर्शा रहा है.
भरा-पूरा परिवार है गुप्तेश्वर का परिवार
कोठी बाजार के रहनेवाले मृतक गुप्तेश्वर प्रसाद अग्रवाल अपने पीछे पत्नी चिंता देवी, चार बेटे मनीष, अनीश, दिपू व गुड्डू कुमार, एक चार वर्षीय बेटी सुकन्या कुमारी के अलावा वृद्ध मां शांति देवी को छोड़ गया है. मृतक के छोटे भाई नंदू अग्रवाल ने बताया कि उसका भाई झारखंड के रामगढ़ शहर में ठेला पर चाट-पकौड़ा बेच कर अपना परिवार चलाता था. उसकी मौत से घर की सारी जवाबदेही उसके ऊपर ही आ गयी है.
रात में गया था नीमा गांव
मृतक गुप्तेश्वर प्रसाद अग्रवाल के 15 वर्षीय बड़े बेटे मनीष कुमार ने बताया कि उसके पापा कोठी बाजार स्थित घर से सोमवार रात आठ बजे प्रतिदिन की तरह इमामगंज के नीमा गांव गये थे. मंगलवार को वह कोचिंग पढ़ने गया, तो वहां घटना की जानकारी दोस्तों से मिली. मनीष ने बताया कि इसके बाद वह दौड़े-दौड़े घर पहुंच कर घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी. घटनास्थल पर पहुंच कर देखा तो उसके पिता की बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी.
मृतक पर कोठी थाने में दर्ज हैं चार मामले
मृतक गुप्तेश्वर प्रसाद अग्रवाल पर कोठी थाने में चार मामले दर्ज हैं और सभी का चार्ज शीट दाखिल हो चुका है. इसकी पुष्टि कोठी थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने की है. उन्होंने बताया कि इन मामलों में मृतक जेल की हवा भी खा चुका है. वहीं, पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक पर दो हत्याकांड व एक मारपीट के अलावे शराब मामले में थाने में मुकदमा दर्ज है.
एक महिला पर हत्या का जताया शक
मृतक की पत्नी चिंता देवी ने स्थानीय थाने में देर शाम लिखित आवेदन दिया. इस संबंध में थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया कि मृतक की पत्नी ने इमामगंज थाना क्षेत्र के नीमा गांव की रहनेवाली आशा देवी पर गुप्तेश्वर प्रसाद अग्रवाल की हत्या करवाने की आशंका व्यक्त की है. थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक की पत्नी द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद नीमा गांव की रहनेवाली आशा देवी के घर पर छापेमारी की गयी, लेकिन वह फरार हो गयी. पुलिस संभावित ठिकाने पर छापेमारी कर रही है और आशा देवी का इतिहास खंगाला जा रहा है.
गया प्रभात
स्वीकृति से फायर कर्मचारी और गाड़ियां कम व अधिकारी अधिक
मौजूदा संसाधन में ही बेहतर काम का प्रयास
यहां पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं कराया गया है. इसके कारण कई जगहों पर परेशानी होती है. शहर के विकास को देखते हुए यहां अग्निकांड से निबटने के लिए संसाधन होने चाहिए. इसके लिए कई बार विभाग को पत्र भेजा गया है. यहां हर वक्त टर्न टेबल की कमी खलती है. मौजूदा संसाधन में ही बेहतर काम करने के हर संभव प्रयास किये जाते हैं. लोगों को अग्निकांड से सुरक्षित रखने व इससे पहले के बचाव 15 भिन्न-भिन्न जगहों पर मॉक ड्रील कराये गये हैं और जगहों पर मॉक-ड्रील कराने की तैयारी की जा रही है
हनुमान राम, फायर स्टेशन के सहायक पदाधिकारी

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