अब तक कहीं भी फॉगिंग नहीं
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अाबादी पांच लाख से ऊपर और मच्छरों से निबटने के लिए एक फॉगिंग मशीन
अब तक कहीं भी फॉगिंग नहीं गया : शहर के 53 वार्डों (करीब पांच लाख से ऊपर लोगों के लिए) में फॉगिंग के लिए नगर निगम के पास महज एक ही मशीन है. इससे समय पर हर जगह फॉगिंग नहीं हो पाती है. वर्तमान में गर्मी बढ़ने के साथ मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया […]
गया : शहर के 53 वार्डों (करीब पांच लाख से ऊपर लोगों के लिए) में फॉगिंग के लिए नगर निगम के पास महज एक ही मशीन है. इससे समय पर हर जगह फॉगिंग नहीं हो पाती है. वर्तमान में गर्मी बढ़ने के साथ मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है, लेकिन अब तक कहीं भी फॉगिंग नहीं की गयी है. हालांकि निगम के पास फॉगिंग के लिए दो मशीनें हैं, जनमें एक वर्षों से खराब पड़ा है. निगम सूत्रों के अनुसार, फॉगिंग के लिए रोस्टर बनाया गया है. लोगों का कहना है कि निगम की ओर से कभी भी फॉगिंग नहीं करायी जाती है. साफ-सफाई की व्यवस्था उतनी ही लचर है. पहले समय पर नालियों की सफाई ही नहीं की जाती.
कहीं अगर नालियों की सफाई की भी जाती है, तो कई दिनों तक सिल्ट को बाहर रख दिया जाता है, जिसकी दुर्गंध से मच्छर और बढ़ जाते हैं. मच्छरों के कारण घर के बाहर क्या, अंदर भी बैठना मुश्किल हो रहा है. नगर निगम के अधिकारी व जनप्रतिनिधि सिर्फ ऑफिस में बैठ कर शहर की सफाई व्यवस्था पर लंबी-चौड़ी भाषण देते हैं. लोगों का कहना है कि नगर निगम में संसाधनों के खरीदने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. लेकिन, उनके उपयोग व निगरानी की समुचित व्यवस्था यहां नहीं की गयी है.
अधिकारी करते हैं रोस्टर से छिड़काव का दावा : नगर निगम के अधिकारी वार्डों में फॉगिंग रोस्टर के अनुसार करने का दावा करते हैं. लेकिन, कई वार्डों में ऐसे मुहल्ले भी हैं, जहां लोग फॉगिंग मशीन के बारे में जानते तक नहीं हैं. निगम के रजिस्टर में मशीन की निकासी व इस पर रोज का खर्च जरूर अंकित किया जाता है. शहर के कलेर, सिहाड़ी, गोपी बिगहा आदि जगहों पर लोग फॉगिंग मशीन का नाम तक नहीं जानते हैं. वार्ड तीन की पार्षद लाछो देवी ने कहा कि डेल्हा क्षेत्र के कई मुहल्लों में पिछले आठ माह से फॉगिंग नहीं हुई है. वार्ड 49 की पार्षद प्रमिला देवी पटवा ने कहा कि कई महीनों से फॉगिंग की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है.
वार्ड 52 की पार्षद कामिनी कुमारी ने कहा कि हमारे पार्षद बनने के बाद एक बार रात में गाड़ी आयी और कर्मचारी ने कहा कि आधे घंटे का समय है, फॉगिंग कहां करना है. इसके बाद 15 मिनट ही हमारे घर के आस-पास फॉगिंग कर मशीन चली गयी. उसके बाद अब तक मशीन इस वार्ड में नहीं पहुंची है.
यह कहना है मेयर का
नगर निगम में फॉगिंग के लिए दो मशीनें हैं, जिनमें एक खराब है. निगम क्षेत्र बड़ा होने के कारण रोस्टर के अनुसार फॉगिंग करायी जाती है. सच है कि कुछ जगहों पर अब तक मशीन नहीं भेजी जा सकी है. जल्द ही व्यवस्था में सुधार के लिए मशीन मरम्मत व नयी मशीन की खरीदारी का निर्णय लिया जायेगा. धीरे-धीरे निगम की व्यवस्था में सुधार कर लोगों को सुविधा उपलब्ध कराने का काम किया जा रहा है. लोगों की सुविधा के लिए नगर निगम हमेशा तैयार है. हर सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी.
वीरेंद्र कुमार, मेयर
पितृपक्ष के मौके पर की जाती है फॉगिंग
वार्ड के कई मुहल्लों में सफाई व्यवस्था की स्थिति पूरी तौर से दयनीय है. वार्ड पार्षद के साथ-साथ नगर निगम के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी के प्रति उदासीन रहते हैं. पितृपक्ष के मौके पर वार्ड में फॉगिंग करायी जाती है. दूसरी तरफ आम लोग भी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी नहीं निभाते. जहां-तहां कचरा फेंक कर मच्छरों को बढ़ाने में सहयोग करते हैं. लोगों को भी साफ-सफाई पर ध्यान देना चाहिए
नीरज कुमार वर्मा, नयी सड़क
दबाव बनाने पर उठाते हैं कचरा
नगर निगम में संसाधन उपलब्ध होने की बड़ी-बड़ी बातें की जाती हैं. इन सभी पर अधिकारियों का नियंत्रण नहीं होने के कारण लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. फॉगिंग मशीन होने के बाद भी लोगों को मच्छरों के प्रकोप को झेलना पड़ रहा है. वार्ड में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे रहते हैं. नगर निगम के कर्मचारी बहुत अधिक दबाव देने के बाद कचरे का उठाव करते हैं. इन सारी बातों पर ध्यान देने की जरूरत है.
राजीव कुमार, तुतबाड़ी
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