गया : पिछले कुछ दिनों से ‘प्रभात खबर’ शहर में गंदगी व कचरे पर कई किस्तों में खबर प्रकाशित कर रहा है. इसी कड़ी में आज नगर निगम के कामकाज का एक और नमूना पेश कर रहे हैं. जिन लोगों के लिए व जिनके पैसों से नगर निगम चलता है, उन्हीं के प्रति निगम कितना गैर जिम्मेवार है, यह इसकी दोहरी सफाई व्यवस्था से पता चलता है.
गया शहर में नगर निगम की दो तरह की सफाई व्यवस्था है. जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों के आवास के आसपास कचरे का एक तिनका भी नजर नहीं आता है. लेकिन, शहर के अन्य इलाके कूड़े-कचरे से भरे होते हैं. करदाताओं को ही कूड़े कचरे के बीच रहना पड़ रहा है. इसकी परवाह न तो निगम प्रशासन को है और न ही नागरिकों के रहनुमा बने वार्ड पार्षदों को. ऐसे में सवाल उठता है कि आम नागरिकों को होने वाली परेशानियों के लिए आखिर कौन जिम्मेवार है?