गया: मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के दुबहल गांव के रहनेवाले ललन सिंह की हत्या के आरोपित तरुण यादव व सौरभ यादव उर्फ गोलू ने बुधवार को अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में आत्मसमर्पण (सरेंडर) कर दिया.
इसके बाद अदालत ने दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया. इससे पहले मंगलवार को अनूप यादव, अरुण यादव व दीपक यादव ने कोर्ट में सरेंडर किया था. सभी आरोपित दुबहल गांव के रहनवाले हैं. सिटी एसपी चंदन कुमार कुशवाहा के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) इस हत्याकांड की जांच कर रही है. पांचों आरोपितों को पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है.
फरार पांच आरोपितों की संपत्ति होगी कुर्क : चार मई को ललन सिंह की हत्या के मामले में उनके बेटे संजय सिंह के बयान पर एक महिला सहित 10 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इनमें से पांच आरोपितों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. शेष पांचों आरोपितों (सभी फरार) की संपत्ति कुर्क करने का वारंट कोर्ट ने जारी किया है. इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर (आइओ) ब्रज बिहारी पांडे ने बताया कि बुधवार को कोर्ट ने मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के गोपी बिगहा के रहनेवाले वरुण यादव व उनके बेटे सुमित उर्फ गुन्नू यादव, मां फूलमती देवी, भगीना सागर यादव (सिविल लाइंस थाने के नयी सड़क मुहल्ला निवासी) व नैली के रहनेवाले विद्यानंद उर्फ सिंटू वर्मा की संपत्ति कुर्क करने का वारंट इश्यू किया है. इनकी संपत्ति कुर्क करने के लिए पुलिस लाइंस से जवानों की मांग की गयी है.
फरार आरोपित आज कर सकते हैं आत्मसमर्पण! : ललन सिंह की हत्या के बाद एसआइटी ने सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. पुलिस की दबिश का नतीजा है कि 10 में से पांच आरोपितों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया. फरार अन्य पांच आरोपितों की संपत्ति कुर्क करने आदेश कोर्ट से जारी हुआ है. इससे फरार आरोपितों पर दबाव बढ़ गया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, फरार पांचों आरोपित गुरुवार को अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में समर्पण कर सकते हैं. गौरतलब है कि स्वर्गीय ललन सिंह का एक बेटा धनंजय सिंह मगध मेडिकल थाने के विशेष पुलिस पदाधिकारी (एसपीओ) है.