गया: गया जिले के डुमरिया थाने क्षेत्र के हुरमेठ जंगल में कांबिंग ऑपरेशन के दौरान सोमवार की देर शाम अत्याधुनिक हथियारों से लैस माओवादियों ने जवानों पर हमला दिया. इस पर कोबरा व जिला पुलिस बल ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया. करीब दो घंटे तक दोनों तरफ से फायरिंग होती रही.
बाद में अंधेरे का लाभ उठा कर माओवादी दस्ता भाग निकला. मुठभेड़ में जवानों को कोई क्षति नहीं हुई. माओवादियों के घायल या मारे जाने की सूचना भी नहीं है. यह जानकारी मंगलवार को सिटी एसपी चंदन कुशवाहा ने प्रेस वार्ता में दी.
सिटी एसपी ने बताया कि कांबिंग ऑपरेशन के दौरान काचर पहाड़ी के पास से भाकपा-माओवादी संगठन को हर प्रकार की सुविधाएं मुहैया करनेवाले उनके दो सहयोगियों को पकड़ा गया. उनकी पहचान डुमरिया थाने के भंगिया गांव के महेंद्र यादव व छोटकी केवला गांव के शंभु यादव के रूप में हुई है. दोनों से दो मोटरसाइकिल व दो मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं. मोटरसाइकिलों का नंबर बीआर 2पी-6099 और बीआर 2क्यू-4466 है. इन नंबरों व मोटरसाइकिल के इंजन व चेसिस नंबर के आधार पर जिला परिवहन कार्यालय से वाहनों के मालिकों के बारे में पता लगाया जा रहा है. इन दोनों मोटरसाइकिलों को माओवादियों को सप्लाइ करने के लिए ले जाया जा रहा था.
मोबाइल सर्विलांस से पकड़ाये दोनों सहयोगी
सिटी एसपी ने बताया कि डुमरिया इलाका माओवादियों का सेफ जोन है. मोबाइल सर्विलांस के जरिये वैसे लोगों की पहचान की जा रही है, जो गुप्त तरीके से माओवादियों को उनकी जरूरत का सामान सप्लाइ करते हैं. इस दौरान जानकारी मिली कि दो मोटरसाइकिलों को माओवादियों को सौंपने की तैयारी है. छापेमारी में दो मोटरसाइकिल के साथ महेंद्र यादव व शंभु यादव पकड़े गये. दोनों की सूचना पर माओवादियों के ठिकानों पर छापेमारी की गयी. इस दौरान माओवादियों ने पुलिस पर हमला कर दिया.
दोनों युवकों ने स्वयं को बताया निर्दोष
पुलिस के हत्थे चढ़े महेंद्र यादव व शंभु यादव ने ‘प्रभात खबर’ को बताया कि वे दोनों निर्दोष हैं. वे मोटरसाइकिल से अपने घर जा रहे थे. लेकिन, रास्ते में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.