गया: औचक निरीक्षण के दौरान बगैर सूचना के स्कूल से अनुपस्थित पाये गये एक प्रधानाध्यापिका व तीन सहायक शिक्षकों का ‘काम नहीं, तो वेतन नहीं’ के तहत उस (एक) दिन का वेतन स्थगित रखने का आदेश जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) राजीव रंजन प्रसाद ने जारी किया है.
बंद पाये गये तीन स्कूलों व एक स्कूल में एक भी छात्र उपस्थित नहीं रहने के कारण प्रधानाध्यापकों व सभी शिक्षकों का अगले आदेश तक वेतन स्थगित रखने का आदेश प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी फतेहपुर को दिया गया है.
यह आदेश मध्याह्न् भोजन योजना (एमडीएम प्लान) के जिला प्रभारी पदाधिकारी(डीआइओ) की जांच रिपोर्ट के आधार पर जारी की गयी है.जारी आदेश पत्र में डीइओ ने कहा है कि एमडीएम योजना के डीआइओ रविशंकर उरांव ने 25 अप्रैल को फतेहपुर प्रखंड के छह स्कूलों का औचक निरीक्षण किया था. मध्य विद्यालय मतासो के सहायक शिक्षक रणविजय कुमार व मीरा कुमारी तथा प्राथमिक विद्यालय बड़गांव (हरिजन टोली) के शिक्षक विकास कुमार अनुपस्थित पाये गये थे. इन तीनों का ‘काम नहीं तो वेतन नहीं’ सिद्धांत के तहत एक दिन का वेतन स्थगित रखने का आदेश दिया गया है. छात्र-छात्राओं का फर्जी तरीके से उपस्थिति बढ़ा कर अंकित करने व विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव यत्न कुमार शशांक द्वारा तीन हजार रुपये पर हस्ताक्षर करा कर फर्जी तरीके से 30 हजार रुपये निकासी करने के आरोप में मध्य विद्यालय मतासो की प्रधानाध्यापिका इंदु बाला सिन्हा से स्पष्टीकरण मांगा गया है. साथ ही, रोकड़ पंजी, पासबुक, चेक बुक व छात्रों की उपस्थिति पंजी लेकर आने का भी निर्देश प्रधानाध्यापिका को दिया गया है.
इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय बड़गांव (हरिजन टोली) की प्रधानाध्यापिका को भी छात्र-छात्रओं का फर्जी तरीके से उपस्थिति बढ़ा कर अंकित करने का आरोप है. मध्य विद्यालय बड़गांव, प्राथमिक विद्यालय गदहियाटांड व प्राथमिक विद्यालय मायापुर के बंद पाये जाने एवं मध्य विद्यालय पोवा में एक भी छात्र उपस्थित नहीं रहने के कारण सभी शिक्षकों का वेतन स्थगित रखने का आदेश दिया गया है. सभी को तीन मई को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (प्राथमिक शिक्षा व सर्व शिक्षा अभियान) अमित कुमार के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है.