गया: नगर निगम बोर्ड को भंग कर फिर से चुनाव कराये जाने की जरूरत है, ताकि अच्छे लोग चुन कर आयें और विकास का काम ठीक से हो. यह कहना है शहर के लोगों का. बुधवार को वार्ड पांच, छह, नौ और 10 के लोगों ने बैठक कर पार्षदों के बीच चल रहे विवाद की निंदा की. लोगों ने कहा कि मेयर व डिप्टी मेयर में तालमेल नहीं है. सशक्त स्थायी समिति के सदस्य भी एक मत नहीं दिखते. पार्षद आपस में भिड़ रहे हैं. इसका खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
लोगों ने बताया कि इनके आपसी विवाद के कारण नालों की सफाई अब तक नहीं हुई. पीने के पानी किल्लत है. इसकी चिंता पार्षदों को नहीं है. बैठक की अध्यक्षता कर रहे मनोज कुमार मंडल ने कहा कि नगर सरकार की यह व्यवस्था देख कर लोगों को चिंता हो रही है.
मौके पर अजय यादव, शंभु यादव, राज साव, वीरेंद्र कुमार सिन्हा, फोचन राउत, संजय सिंह चंद्रवंशी, जय नंदन शर्मा, रामाशिष यादव, बहादुर चंद्रवंशी, दिलीप कुमार गुप्ता, पप्पू चंद्रवंशी, राज कुमार मंडल, परमानंद, श्रीकांत प्रसाद, शंकर साव, श्रवण कुमार, टिंपू लाल, मनोज साव, संजय यादव, धर्मेद्र कुमार आदि मौजूद थे.
पार्षदों ने दिया धोखा
बहुआर चौरा निवासी सच्चिदानंद सिन्हा ने कहा कि पार्षदों ने लोगों को सिर्फ धोखा ही दिया है. पार्षद अपने फायदे के लिए किसी भी हद तक जा रहे हैं. इनका विकास से लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि चुनाव के समय पार्षदों ने बड़े-बड़े वादे किये थे, जो छलावा साबित हो रहे हैं. लोग पानी, बिजली और सफाई तक के लिए तरस रहे हैं.