गया: टनकुप्पा थाने में खड़हरा निवासी जयराम यादव द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के अनुसार देवेंद्र यादव की हत्या स्कूली विवाद के कारण हुई है. इस हत्याकांड में 11 लोगों को नामजद आरोपित बनाया गया है. यदि प्राथमिकी में लिखी गयी बातों को सत्य माना जाये, तो देवेंद्र की मौत के लिए जिला प्रशासन भी कम जिम्मेवार नहीं है.
संबंधित अधिकारियों के पक्षपात पूर्ण रवैये के कारण स्कूल का विवाद उत्पन्न हुआ है. लंबे समय से चले आ रहे इस विवाद को सुलझाने के लिए एक बार भी प्रशासन ने ईमानदार पहल नहीं की. परिणामस्वरूप विवाद गहराता गया और हत्या तक की नौबत आ पहुंची. ‘प्रभात खबर’ ने गत 14 मार्च के अंक में ‘प्राइमरी स्कूल को लेकर ठनी’ शीर्षक से इस विवाद को प्रमुखता से छापा था. लेकिन, संबंधित अधिकारी की तंद्रा भंग नहीं हुई. उधर, अब भी विवादित स्थल पर स्कूल भवन बनाने की कवायद जारी है.
गौरतलब है कि राजस्व गांव मतासो, फतेहपुर प्रखंड व टनकुप्पा अंचल का हिस्सा है. इस गांव के खड़हरा व रामपुर टोले के ग्रामीण नवसृजित प्राथमिक विद्यालय, खड़हरा को लेकर आमने-सामने हैं. दोनों पक्ष के लोग अपने-अपने टोले में स्कूल भवन बनवाने पर अडिग हैं. खड़हरा टोले के नाम पर स्कूल को स्वीकृति मिली है. लेकिन, भवन निर्माण के लिए चयनित स्थल रामपुर में है. खड़हरा के ग्रामीण स्कूल को प्रतिष्ठा बना चुके हैं और किसी भी सूरत में रामपुर में स्कूल भवन बनने देने को तैयार नहीं हैं. दूसरी ओर, रामपुर के लोग चयनित स्थल पर स्कूल भवन बनवाने की हरसंभव कोशिश में जुटे हैं. स्कूल के किचन शेड का निर्माण हो चुका है. 13 अप्रैल को भवन का ले-आउट किये जाने के बाद विवाद इस कदर बढ़ गया कि हत्या तक हो गयी. बावजूद विवाद का पटाक्षेप होता नहीं दिख रहा है.
सर्वशिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि स्कूल भवन के लेआउट के बाद हुई हत्या की घटना से जिला पदाधिकारी को अवगत करा दिया गया है. चूंकि, जिला प्रशासन के हस्तक्षेप से ही स्थल का चयन व किचन शेड का निर्माण कराया गया है. अब शांतिपूर्वक भवन का निर्माण कराने के लिए अनुरोध किया गया है.