गया: गया समेत मगध प्रमंडल की तीन संसदीय सीटों पर 10 अप्रैल को मतदान होगा. जिले में भयमुक्त व शांतिपूर्ण माहौल में मतदान कराने के लिए प्रशासन कटिबद्ध है, जबकि वोट बहिष्कार को लेकर भाकपा-माओवादी संगठन सक्रिय है. पुलिस व माओवादी एक-दूसरे को मात देने के लिए हर पल रणनीति बनाने में जुटे हैं. इधर, बारूदी सुरंगों पर पुलिस की खास नजर होने के कारण प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन ने अपनी रणनीति में बदलाव लाया है.
खुफिया विभाग ने पुलिस मुख्यालय (पटना) को सतर्क किया है कि मतदान के दिन कलस्टर सेंटर से बूथों तक जाने व लौटने के दौरान माओवादी पोलिंग पार्टियों पर हमला कर सकते हैं. खुफिया अधिकारियों का मानना है कि जवानों की संख्या अधिक होने के कारण माओवादी हमला कलस्टर सेंटरों पर हमला नहीं कर सकते हैं.
लेकिन, कलस्टर सेंटर से पुलिस की टुकड़ियां पोलिंग पार्टियों को लेकर मतदान केंद्र रवाना होंगी, तो रास्ते में माओवादी हमले कर हथियार लूट सकते हैं. सोमवार देर रात पुलिस अधिकारियों ने शेरघाटी अनुमंडल के नक्सलग्रस्त इलाकों में स्थित मतदान केंद्रों के रास्तों पर चर्चा की.
बूथों पर हमले नहीं !
खुफिया विभाग से यह भी जानकारी मिली है कि भाकपा माओवादी द्वारा मतदान केंद्रों पर हमला नहीं किया जायेगा. माओवादियों की योजना है कि सिर्फ पुलिस पर हमला करना है. ऐसा निर्देश माओवादियों की टीमों को उनके शीर्ष नेताओं से मिला है. माओवादियों का कहना है कि गोलीबारी में मतदाता हताहत हो सकते हैं, इस कारण मतदान केंद्रों पर हमले की योजना नहीं है.
पुलिस चौकस
माओवादी लगातार बारूदी सुरंगों के माध्यम से पुलिस पर हमला कर रहे हैं. इन हमलों के बाद पुलिस चौकस हो गयी है. बारूदी सुरंगों की खोज में पुलिस पिछले पांच दिनों से स्पेशल ड्राइव चला रही है. इसमें पुलिस को बांकेबाजार थाने के डुमरावां-महापुर मुख्य पथ और इमामगंज थाने के गुरिया (पकरी)-लुटुआ कच्ची सड़क से 28 बारूदी सुरंगें मिलीं.