गया: दिसंबर 2012 में रामपुर थाना क्षेत्र में हुए जहरीली शराबकांड के आरोपित कुख्यात मंटू यादव तीन अप्रैल को 14 माह बाद सेंट्रल जेल से रिहा हो गया. लेकिन, मंटू के जेल से बाहर आते ही पुलिस एक बार फिर उस पर कानूनी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रामपुर थाने की पुलिस ने मंटू यादव के विरुद्ध क्राइम कंट्रोल एक्ट-तीन के तहत जिला बदर करने की अनुशंसा वरीय अधिकारियों से की है.
रामपुर इंस्पेक्टर गौरी शंकर गुप्ता ने बताया कि 11 दिसंबर, 2012 को रामपुर व शास्त्री नगर मुहल्ले के रहनेवाले 12 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गयी थी. इस मामले के मुख्य आरोपित चिरैयाटांड के रहनेवाले मंटू यादव करीब 14 माह से जेल में बंद था. वह तीन अप्रैल को जमानत पर जेल से बाहर आया है.
इसके विरुद्ध हत्या, अपहरण, रंगदारी सहित अन्य संगीन मामलों से संबंधित 12 मामले दर्ज हैं. मंटू यादव के क्रियाकलापों से चुनाव कामकाज में बाधा आ सकती है. इस कारण मंटू को जिला बदर करने के लिए क्राइम कंट्रोल एक्ट (सीसीए)-तीन के तहत कार्रवाई हेतु वरीय अधिकारियों को पत्र भेजा गया है.