डीइओ ने बताया कि हेडमास्टरों को अब बस ड्राइवर का नाम, मोबाइल फोन नंबर, गाड़ी नंबर, विद्यार्थियों की संख्या व रूट चार्ट से संबंधित पूरी रिपोर्ट सहायक का सौंप दे. डीइओ ने बताया कि 13 जुलाई को प्लस टू समता हाइ स्कूल की छात्राएं शैक्षणिक परिभ्रमण पर राजगीर व नालंदा गयी थी. इस दौरान खैरा गांव के युवकों द्वारा राजगीर कुंड में स्नान करने के दौरान छात्राओं के साथ छेड़खानी की गयी थी. रास्ते में बस की छत पर चढ़ कर युवकों ने अश्लील हरकत किया था.
इस मामले को डीएम ने गंभीरता से लिया और परिभ्रमण के दौरान हेडमास्टर व शिक्षकों की भूमिका पर भी सवाल उठाया है. डीएम ने सवाल उठाया था कि छात्राओं के साथ राजगीर कुंड में ही छेड़खानी की गयी थी, तो हेडमास्टर ने राजगीर में ही पुलिस का सहारा क्यों नहीं लिया? युवकों के विरुद्ध एफआइआर क्यों नहीं दर्ज करायी? डीइओ ने बताया कि छात्राओं के परिजनों ने यह भी आरोप लगाया है कि राजगीर से गुरारू लौटते समय गया शहर में ही हेडमास्टर व कई शिक्षक बस से उतर गये थे. उन्होंने छात्राओं की जान-माल की सुरक्षा का जरा भी ध्यान नहीं रखा. इस लापरवाही पर डीएम ने सख्ती बरती है और डीइओ के माध्यम से हेडमास्टर से स्पष्टीकरण पूछा है. डीएम के सख्त रुख को देखते हुए इतना तो तय है कि प्लस टू समता हाइ स्कूल के हेडमास्टर व शिक्षकों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई होगी.