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वित्तरहित शिक्षा कर्मियों ने जलाया सीएम का पुतला
हक की खातिर. कहा- मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन दरभंगा : वित्तरहित शिक्षा कर्मियों ने शुक्रवार को आयकर चौराहा पर सीएम नीतीश कुमार का पुतला जलाया. शिक्षा कर्मी वेतन भुगतान, सेवा सहमति, कॉलेजों का अधिग्रहण तथा इंटरमीडिएट के शिक्षकों के उम्र में वृद्धि आदि की मांग कर रहे थे. पुतला दहन कार्यक्रम के […]
हक की खातिर. कहा- मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन
दरभंगा : वित्तरहित शिक्षा कर्मियों ने शुक्रवार को आयकर चौराहा पर सीएम नीतीश कुमार का पुतला जलाया. शिक्षा कर्मी वेतन भुगतान, सेवा सहमति, कॉलेजों का अधिग्रहण तथा इंटरमीडिएट के शिक्षकों के उम्र में वृद्धि आदि की मांग कर रहे थे. पुतला दहन कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इधर शुक्रवार को 24वें दिन भी वित्तरहित शिक्षकों ने इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य नहीं किया. आयकर चौराहा पर जुटे सैंकड़ों शिक्षकों का कहना था कि सरकार जब तक उनकी मांग नहीं मानती, कॉपी का मूल्यांकन तथा प्रायोगिक परीक्षा का बहिष्कार जारी रहेगा. संगठन के जिला संयोजक प्रो श्यामाकांत कर्ण ने कहा कि वित्तरहित शिक्षा कर्मी वर्षों से अपनी मांग को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं.
सरकार लगातार उपेक्षा कर रही है. उल्टे शिक्षकों पर दमनात्मक कार्रवाई की बात की जा रही है. शिक्षकों ने सरकार द्वारा मुकदमा करने के निर्णय की निंदा की. संबद्ध डिग्री महासंघ लनामिवि इकाई के महासचिव डॉ हरींद्र किशोर मिश्र ने कहा कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गयी है. इसके लिए सरकार स्वयं जिम्मेवार है. उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि शिक्षकों की जायज मांग को अविलंब पूरा करे. कार्यक्रम में प्रो विजय कुमार झा, प्रो प्रभात कुमार, डॉ जीवछ यादव, प्रो कृष्ण मोहन झा, प्रो महेश ठाकुर, डॉ नवल किशोर सिंह, डॉ राजीव कुमार, प्रो संतोष कुमार महासेठ, डॉ चंद्रकांत सिंह, प्रो मो. जाहिद अली, प्रो आले मुस्तफा, प्रो मो साकिर, डॉ चंदन चौधरी आदि शामिल थे.
दरभंगा : माध्यमिक शिक्षक संघ ने शिक्षकों से भयमुक्त रहने को कहा है. संघ का कहना है कि सरकार की दमनकारी नीति का हर स्तर पर शांतिपूर्ण तरीके से जवाब दिया जायेगा. सरकार के दवाब में संघ अपनी जायज मांग को नहीं छोड़ेगा. शुक्रवार को जिला कार्यकारिणी की आपात बैठक डॉ भुवनेश्वर प्रसाद की अध्यक्षता में हुई. इसमें प्रखंड तथा अनुमंडल के सचिव के साथ-साथ सैंकड़ों शिक्षक मौजूद थे. बैठक में निर्णय लिया गया कि शिक्षक इंटर एवं मैट्रिक की कॉपीयों के मूल्यांकन कार्य में असहयोग जारी रखेंगे. यह असहयोग सरकार के साथ सम्मानजनक वार्ता होने तक रहेगा. जिलाध्यक्ष भुवनेश्वर प्रसाद तथा सचिव श्रवण कुमार चौधरी ने बैठक के बाद संयुक्त बयान जारी किया है. इसमें शिक्षकों से कहा गया है कि वे किसी भी परिस्थिति में नियुक्ति तथा विरमन पत्र विद्यालय से प्राप्त नहीं करें.
प्रधानाध्यापक अगर विरमन के लिए दवाब बनाता है तो विद्यालय के शिक्षक सामूहिक रूप से इसका प्रतिकार करें. दोनों नेताओं ने शिक्षकों से भयमुक्त रहने को कहा है. इनका कहना है कि संघ हर सरकारी दमन का जवाब शांतिपूर्वक, अहिंसक किंतु दृढ़तापूर्वक देगा. बैठक में परीक्षा सचिव सत्येंद्र सिंह, अभय सिंह, उपाध्यक्ष खिजरे हयात, संयुक्त सचिव मोबारक आजमी, संजीव मिश्र, फैयाज सुरैया, इंद्रदेव राय प्रमुख रूप से मौजूद थे.
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