मनीगाछी : रविवार बंदी के बाद बैंकों में अचानक भीड़ उमड़ पड़ी. लंबी कतारें लगाकर लोग बैंक से रुपए जमा एवं निकासी के लिए अपनी बारी का इंतजार करते दिखे. वहीं कई ग्राहक भीड़ देखकर ही जमा एवं निकासी का साहस नहीं उठा सके. राजे के प्रमोद ठाकुर बताते हैं कि पिछले शुक्रवार से ही भीड़ देखकर वापस जा रहे हैं.
सोचा था कि आज काम हो जाएगा, लेकिन आज की भीड़ पिछले कई दिन की भीड़ का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. गेहूं की खेती के लिए खाद एवं बीज के लिए पैसा निकासी करना था. जब उनसे पूछा गया कि गेहूं की खेती के लिए प्रति कट्ठा कितने पैसे की आवश्यकता होती है तो उन्होंने हिसाब कर बताया कि जोत से लेकर बोआई एवं पटवन तक लगभग 5300 रुपये की आवश्यकता होती है. अगर बैंक में इसी तरह भीड़ लगी रही तो खेती में देरी भी हो सकती है. सही समय पर खेती नहीं होने से लागत भी ऊपर नहीं हो पायेगी.
जब नोट बंदी के फैसला के बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हुए कहा कि हम लोगों को थोड़ी बहुत कठिनाई तो हो हो रही है, लेकिन पीएम द्वारा किया गया फैसला अद्वितीय है. वहीं मौजूद बलौर के प्रवीण झा ने बताया कि आम जनों को थोड़ी बहुत कठिनाई तो हो रही है लेकिन इन कठिनाइयों के बावजूद जन समर्थन मोदी के इस निर्णय के साथ है. आतंकवाद एवं भ्रष्टाचार पर इस फैसले से करारा प्रहार हुआ है.