दरभंगाः कदम बढ़ाकर वापस कदम खींचना राज्य सरकार के मंत्री भीम सिंह की पुरानी आदत है. शिलान्यास मामले में भी उन्होंने ऐसा ही किया. यह बात सांसद कीर्ति आजाद ने कही. कटहलबाड़ी स्थित अपने आवास पर मंगलवार को आयोजित पत्रकार सम्मेलन में उन्होंने राज्य सरकार के मंत्री भीम सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा कि पहले भी वे ऐसा कर चुके हैं.
दरअसल, राज्य सरकार ने केंद्रीय योजना में दखल डालने का प्रयास किया. उनकी कोशिश यही थी, केंद्र की योजनाओं का भी श्रेय ले लें, लेकिन केंद्र सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग की सख्ती के बाद उन लोगों को वापस कदम खींचना पड़ा. सांसद ने कहा, मुझे 10 जनवरी को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का शिलान्यास करना था, लेकिन ऐन मौके पर ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से मेरे प्रतिनिधि को कार्यक्रम रद्द किये जाने की सूचना दी गयी और कहा गया, अब मंत्री भीम सिंह 12 जनवरी को पूरे जिले की सड़कों का एक साथ शिलान्यास करेंगे.
यह बात जब मुङो पता चली तो मैंने इसका विरोध किया. मेरा कहना था, ये नियम के मुताबिक भी गलती है. इसके बाद मैंने उन्हें केंद्र सरकार के सचिव का वो पत्र भी भेजा था, जिसमें साफ लिखा था. प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बननेवाले मार्गो का उद्घाटन शिलान्यास स्थानीय सांसद करेंगे. इसके बाद मंत्री भीम सिंह ने सड़कों के शिलान्यास का इरादा बदला.
श्री आजाद ने देश की हालात का जिक्र करते हुए कहा, भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है. लोग भ्रष्टाचार, महंगाई से मुक्ति चाहते हैं. केंद्र सरकार द्वारा राज्य के अनुदान में की गयी कटौती पर सवाल खड़ा करते हुए कहा, जब तक सुशील मोदी वित्त मंत्री थे ऐसा कभी नहीं हुआ. इस बार ऐसा क्यों हुआ. राज्य की हकमारी के बाबत सूबे की सरकार को जवाब देना चाहिए. लगता है प्रदेश सरकार कांग्रेस से गंठबंधन चाहती है. गंठबंधन या राजनीतिक लाभ के लिए चुप हैं. नुकसान राज्य की जनता को झेलना पड़ा रहा है. सांसद ने मिथिला क्षेत्र को आतंकियों का गढ़ बनने पर भी चिंता जाहिर की. मौके पर जिलाध्यक्ष जगदीश साह, नगर विधायक संजय सरावगी, महापौर गौड़ी पासवान सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे.