दरभंगा : रूहानी रात में अल्लाह की इबादत को रतजगा करने तथा इबादत से मिलने वाली मनमाफिक मुराद को लेकर रविवार को दिन भर कब्रिस्तानों में साफ-सफाई व सजावट में लोग लगे रहे. शव-ए-बारात पर्व के मौके पर अल्लाह की इबादत एवं अपने दिवंगत पूर्वजों की याद में उनकी रूह की शांति को कुरान पाठ भी किया गया. नगर निगम प्रशासन की ओर से शहर के सभी कब्रिस्तानों के आस-पास की सड़कों की सफाई कर उसके किनारे चूना-ब्लीचिंग का छिड़काव किया गया.
अधिकांश कब्रिस्तानों में रात्रि जागरण को लेकर विशेष प्रकाश जेनेरेटर की भी व्यवस्था की गयी है. जामा मस्जिद के मौलाना के अनुसार इस रूहानी रात में अल्लाह के इबादत के बाद लोग जो कुछ भी मांगते हैं, उनकी मन की मुराद पूरी होती है. इसलिए अपने पूर्वजों की याद में अधिकांश लोग उनकी मजार पर मोमबत्ती,
अगरबत्ती, इत्र आदि डाला गया. शाम सात बजे से ही रंग-बिरंगे रोशनी से सजे कब्रिस्तानों की खूबसूरती देखते ही बनती थी. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक इस भव्य रात को अपनी इबादत अता करने में लगे थे. देर रात तक इबादत का सिलसिला जारी था. कई बुजुर्गों ने बताया कि कई लोग रात भर इस रूहानी रात में अल्लाह की इबादत कर अपनी मन मुराद मांगेंगे.