दरभंगा : सरकारी नियम लागू रहने के बावजूद इसका उल्लंघन कर कई चिटफंड कंपनियां धड़ल्ले से संचालित हो रही है. पुलिस के नाक के नीचे चल रहे इस गोरखधंधे का पर्दाफाश उस समय हुआ जब शुक्रवार को सदर एसडीपीओ दिलनवाज अहमद के नेतृत्व में जिला पुलिस ने नगर थाना क्षेत्र के नाका ऩ 5 से […]
दरभंगा : सरकारी नियम लागू रहने के बावजूद इसका उल्लंघन कर कई चिटफंड कंपनियां धड़ल्ले से संचालित हो रही है. पुलिस के नाक के नीचे चल रहे इस गोरखधंधे का पर्दाफाश उस समय हुआ जब शुक्रवार को सदर एसडीपीओ दिलनवाज अहमद के नेतृत्व में जिला पुलिस ने नगर थाना क्षेत्र के नाका ऩ 5 से पश्चिम सेनापत मोहल्ले में छापेमारी कर इस तरह की एक कंपनी को पकड़ा़ बताया जाता है कि यूनिक सीएमसीएस नामक एक कंपनी यहां चलायी जा रही थी़
श्री अहमद ने बताया कि एसएसपी सत्यवीर सिंह के निर्देश पर गुप्त सूचना के आधार पर यहां छापेमारी की गयी़ इसमें कंपनी के संचालक जमशेदपुर निवासी अजीत कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया़ वहीं कम्पनी के तीन एजेंट को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है़ जानकारी के अनुसार विगत दो वर्षों से यह कम्पनी चल रही थी़
लोगों की मानें तो एजेंट के माध्यम से बकायदा वसूली की जा रही थी़ वहीं इस संबंध में कम्पनी के कर्मी अजित का कहना है कि यह भारत सरकार के कृषि मंत्रालय से निबंधित है़ कंपनी का मुख्यालय अहमदाबाद के आश्रम रोड में है़ कंपनी पूरी तरह स्थापित नहीं हो पायी है, इसलिए कागजात मुजफ्फरपुर स्थित रीजनल कार्यालय में है़
इधर एसडीपीओ श्री अहमद का कहना था कि बिहार सरकार के नये नियम के तहत कंपनी खोलने से पूर्व इसकी जानकारी जिलाधिकारी को देनी है़ इस कंपनी की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गयी थी़ पुलिस ने कंपनी के सभी कागजात सहित कंप्यूटर को सील कर दिया है़ मामले को लेकर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है़
सूत्रों की मानें तो जिले में कई अन्य जगहाें पर इस तरह की कंपनियां चल रही है़ विशेषकर ग्रामीण इलाके में तो ऐसी कंपनियों की बाढ़ सी आयी हुई है़ भोली-भाली जनता की मेहनत की कमाई प्रलोभन देकर ऐंठने में कंपनियां लगी हुई हैं इस मामले में पुलिस की ओर से या तो लापरवाही बरती जा रही है या फिर जानकर पुलिस अधिकारी अनजान बने हुए हैं नगर थाने से कुछ दूरी पर इस कंपनी का दो वर्ष से चलना थाने की कार्य संस्कृति पर सवालिया निशान लगा रही है़
संचालक को किया गिरफ्तार, तीन ऐजेंटों को लिया हिरासत में
नगर थाना के सेनापत मोहल्ले में दो साल से चल रही थी कंपनी