दरभंगाः अल्लपट्टी निवासी रवि के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर मुहल्लावासियों ने वीआइपी पथ को अल्लपट्टी चौक के निकट नौ घंटे तक जाम कर दिया. पूर्व घोषित सड़क जाम शुक्रवार की सुबह सात बजे से ही शुरू हो गया. सड़क जाम के दौरान आंदोलनकारियों ने प्रशासन विरोधी नारे लगाये और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की. विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रशासन का पुतला दहन भी किया. सड़क जाम के दौरान आंदोलनकारियों ने चौराहे के सभी मार्गो को बांस-बल्ला लगाकर अवरूद्ध कर दिया. इस दौरान राहगीरों समेत स्कूली बच्चों व आमलोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. इस मार्ग के लंबे समय तक अवरूद्ध रहने की वजह से इसका असर दूसरे मुख्य मार्ग सहित उप मार्गो पर भी घंटो लगा रहा. अजीबोगरीब स्थिति थी, जिधर जाइये उधर जाम, करें तो क्या करें. किसी की बस छूटी तो किसी की ट्रेन. कोई ऑफिस लेट से पहुंचा तो कोई स्कूल में देर से पहुंचा.
गाड़ियों के शीशे तोड़े
आंदोलनकारियों ने पूरे नौ घंटे तक इस मार्ग को तो ठप रखा ही. इसके अलावा टोलियां बनाकर दुकानें बंद करायी. सड़क पर खड़े वाहनों के शीशे तोड़े. मरीज लदे वाहनों को भी नहीं बख्शा. जाम की आड़ में लोगों ने जमकर उपद्रव मचाया. खास बात यह रही कि आम स्थल से आधा किलोमीटर दूर दोनार चौक तक जाकर उपद्रवियों ने जबरन दुकानों को बंद कराया. कई वाहनों को जबरन रोका और उसका शीशा तोड़ डाला.
पुलिस थी बेबस, बनी मूकदर्शक
रवि हत्याकांड को लेकर जनाक्रोश देखकर मौके पर मौजूद पुलिस भी बेबस थी. उपद्रव करते देखकर भी वो सभी मूकदर्शक बने थे. मौके पर तैनात बहादुरपुर सीओ गिन्नी लाल प्रसाद, इंसपेक्टर संतोष श्रीवास्तव सहित बेंता ओपी की पुलिस से आंदोलनकारी बात तक करने को तैयार नहीं थे. बस उनकी एक मांग थी कि एसएसपी जाम स्थल पर पहुंचे तभी बात होगी. घंटो मशक्कत करने के बाद भी आंदोलनकारी अपनी मांग से टस-मस होने को तैयार नहीं थे. आंदोलन के क्रम में टायर जलाकर विरोध जताया. खूब नारेबाजी की.पूर्व घोषित सड़क जाम को लेकर क्षेत्र के दो निजी विद्यालय ब्रिलिएंट एकेडमी व वुडवाइन मॉर्डन स्कूल (जूनियर) में छुट्टी घोषित कर दी गयी थी. बावजूद इसके इस मार्ग होकर गुजरनेवाले स्कूली छात्र जो हॉली क्रॉस स्कूल, वुडवाइन मॉर्डन स्कूल (सीनियर), जीसस एंड मेरी आदि स्कूल के छात्रों को जाने और माने में काफी परेशानी झेलनी पड़ी. शुक्रवार के पूरे दिन सड़क जाम को लेकर आपाधापी मची रही. लोग सड़क जाम किये जाने की वजह पूछते फिर रहे थे. दोपहर बाद तक जब सड़क जाम खत्म नहीं हुआ तो ऑफिस वालों को घर लौटने की चिंता सताने लगी. शुभेच्छुओं से फोन पर जाम खत्म होने की जानकारी ली.