दरभंगाः कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के सिंडिकेट ने वर्ष 2014-15 के बजट की समीक्षा के लिये एक पांच सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है. कमेटी को आगामी 16 दिसंबर तक संशोधन प्रस्ताव के साथ प्रतिवेदन देने को कहा गया है. छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ जितेंद्र कुमार के संयोजकत्व में गठित इस कमेटी में डॉ विद्याधर मिश्र, डॉ दिलीप कुमार झा, डॉ प्रेम कांत झा को सदस्य बनाया गया है.
शुक्रवार को कुलपति डॉ रामचंद्र झा की अध्यक्षता में हुई सिंडिकेट की बैठक में वित्त समिति से अनुमोदित अगले वित्तीय वर्ष का वार्षिक बजट प्रस्तुत किया गया, लेकिन सदस्यों ने इसे यथावत पारित करने से इनकार कर दिया. कई सदस्यों ने बजट के अनेक बिंदुओं पर सवाल खड़े किये. कुछ सदस्यों ने बजट के अवलोकन के लिये समय देने को कहा. इन आपत्तियों को देखते हुए बजट की समीक्षा के लिये कमेटी गठित करने का निर्णय लिया गया.बैठक में सदस्यों ने 21 दिसंबर को आहूत सीनेट की बैठक के कार्यक्रम को अनुमोदित कर दिया. सीनेट की बैठक में दिये जानेवाले कुलपति के अभिभाषण और लेखा प्रतिवेदन को स्वीकृति दी गयी. इसके अलावा राजेश्वर ठाकुर संस्कृत महाविद्यालय, राघोपुर गोढ़ियारी, दरभंगा की महाविद्यालय चयन समिति की अनुशंसा पर अंतिम निर्णय लेने के लिये कुलपति को अधिकृत किया गया.
सदस्यों ने स्नातकोत्तर विभागों के कतिपय शिक्षकों के पंचम वेतनमान की बकाया राशि का मामला उठाया. हाईकोर्ट की ओर से याचिका सं. 5859 के तहत पारित आदेश का हवाला देकर यह कटौती की गई थी. तय हुआ कि बकाया राशि की गणना कर उसे अगली बैठक में उपस्थापित किया जाये. प्रशाखा पदाधिकारियों को प्रभार देने में वरीयता की अनदेखी किये जाने का मामला भी उठा. भरत मिश्र संस्कृत महाविद्यालय, छपरा के सेवानिवृत्त प्राध्यापक गोपाल कृष्ण गोखले को न्यायादेश के बावजूद भुगतान नहीं होने का मामला उठाने पर इसे अगली बैठक में प्रस्ताव के रूप में उपस्थापित करने का निर्णय हुआ. सरकारी कर्मियों की भांति विश्वविद्यालय के कर्मियों के लिये भी पेंशन बेचने के प्रावधान के लिये राज्यादेश के आलोक में निर्णय लेने की मांग की गई.
गत बैठक की कार्यवाही की संपुष्टि के एजेंडे पर बहस के क्रम में बैठक का माहौल आरंभ में ही गरमा गया. सदस्य मदन प्रसाद राय आर डॉ धर्मशीला गुप्ता ने सहायक सुदामा दास की प्रोन्नति का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि न्यायादेश के आलोक में सिंडिकेट ने प्रोन्नति समिति की सहमति से श्री दास को प्रोन्नति देने का निर्णय लिया. लेकिन विश्वविद्यालय ने अबतक प्रोन्नति समिति का गठन ही नहीं किया है जिससे श्री दास की प्रोन्नति अधर में लटकी हुई है. अंतत: तय हुआ कि कुलपति एक सप्ताह के अंदर प्रोन्नति समिति का गठन कर इस मामले में लिये गये निर्णय से सदन को अगली बैठक में अवगत करायेंगे.
बैठक में कुलसचिव डॉ सुधीर कुमार चौधरी, छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ जितेंद्र कुमार, कुलानुशासक डॉ अश्विनी कुमार शर्मा, डॉ विद्याधर मिश्र, डॉ दिलीप कुमार झा, डॉ उमेश प्रसाद सिंह, डॉ प्रेमकांत झा, डॉ दिलीप कुमार चौधरी, मदन प्रसाद राय, डॉ धर्मशीला गुप्ता, डॉ केवल प्रसाद सिंह आदि ने भाग लिया.