नटवर लाल निकला ठग मनीष कई और जालसाजी के मामले आये सामने तफ्तीश में जुटी पुलिस
दरभंगा : विवि थाना क्षेत्र के कंगवा गुमटी के समीप से 31 अक्टूबर को गिरफ्तार ठग मनीष कुमार सिंह नटवरलाल निकला. कई और मामलों में जालसाजी करने की बात सामने आयी है.
पुलिस सभी मामलों को लेकर छानबीन में जुट गयी है. सनद रहे कि उसकी गिरफ्तारी पटना के एक ऑटोमोबाइल एजेंसी की ओर से फर्जी बैंक कागजात जमा कर वाहन निकाल लेने को लेकर पटना में दर्ज कांड में हुई. इसके बाद एमएलएसएम कॉलेज के निकट एक न्यू इंडिया इंटरप्राइजेज के संचालक ने चेक जमा कर हजारों के सामान ले लेने की बात कही. साथ ही बताया कि जब वे कैश लेने पहुंचे तो उतनी रकम खाते में नहीं थी. रविवार को इस नटवरलाल के कई और कारनामे पुलिस के सामने आये.
इसमें मुजफ्फरपुर ऑटो मोबाइल कंपनी से फर्जी डीओ पर बोलेरो पिकअप ले जाने का आरोप लगाया. वहीं ऑटोमोबाइल कंपनी के कर्मी मनीष कुमार ने बताया कि वह अपने एक दोस्त के साथ उस एजेंसी पर आया और अपने नाम पर गाड़ी नहीं खरीद दोस्त के नाम पर खरीदारी की. अपने को इंडियन ओवरसीज बैंक का शाखा प्रबंधक बताकर कंपनी को चपत लगा दी.
बताया जाता है कि जिस डीओ के आधार पर गाड़ी की खरीद हुई उसपर आलोक कुमार नाम के व्यक्ति का हस्ताक्षर हैै. यह आलोक कुमार कलुआही मधुबनी एसबीआइ के फिल्ड ऑफिसर हैं, लेकिन उनका कहना है कि इस कागजात पर जो हस्ताक्षर है, वह उनका नहीं है. किसी अन्य बैंक कर्मी के हस्ताक्षर से भी इसका मिलान नहीं हो रहा है. पूरी तरह फर्जीवाड़ा की गयी है.
उनके नाम का उपयोग कर ठगों ने कंपनी को चूना लगाया है. इसमें किसी अन्य की भूमिका नहीं है. इधर पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन में जुट गयी है. इधर मुजफ्फरपुर के ऑटो मोबाइल कंपनी के कर्मी मनीष का आरोप है कि वे इस मामले में मधुबनी पुलिस के वरीय पदाधिकारियों से कई बार गुहार लगा चुके हैं लेकिन उन्हें अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है. अब उनकी आस दरभंगा पुलिस पर टिकी हुई है.