दरभंगाः तेज आंधी-पानी से जिले में तीन लोगों की मौत हो गयी. शहर में आधा दर्जन से अधिक पंडाल धराशायी हो गये. इन पंडालों के सड़क पर गिरने से नाका नंबर 6 से नाका 5 तथा दोनार में घंटों दोनों पथ पर यातायात बाधित रहा. मौलागंज में पंडाल गिरने से यातायात बाधित होने की जानकारी मिलने पर जिला शांति समिति के अजय कुमार जालान, नवीन सिन्हा एवं सरफे आलम तमन्ना वार्ड 21 के सिविल डिजास्टर के प्रशिक्षित 28 युवकों को चारपहिया गाड़ी पर लेकर वहां पहुंचे. प्रशिक्षित युवक ने जिला प्रशासन के आदेश पर मौलागंज से नेशनल सिनेमा तक सड़क पर गिरे पंडालों को हटाना शुरू किया. इसी बीच सदर एसडीओ कारी प्रसाद महतो, डीएसपी एनडीआरएफ की टीम के साथ मौलागंज पहुंचे.
एनडीआरएफ की टीम ने प्रशिक्षित युवकों द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना करते हुए गिरे पंडालों को हटाने में जुट गये. करीब 5 घंटे की मेहनत के बाद बिना बिजली तार को काटे एनडीआरएफ की टीम ने मौलागंज से उस क्षतिग्रस्त टेंट को हटाया. इसके बाद दोपहर डेढ़ बजे इस पथ पर यातायात शुरू हो सका. इसके बाद एसडीओ के साथ एनडीआरएफ की टीम दोनार पहुंची. टेंट एवं बांसों को सड़क से हटाने में एनडीआरएफ की टीम को लगभग दो घंटे लग गये. तेज आंधी-पानी के कारण मौलागंज, दोनार के अलावा नाका 6, धरमपुर, कादिराबाद में भी पंडाल धाराशायी हो गया. लेकिन कहीं से भी जान-माल की क्षति नहीं हो सका. सुंदरपुर मुहल्ला स्थित वार्ड 3 में राजकुमार महतो की दो मंजिला मकान पर तेज हवा के कारण तार का पेड़ गिर गया. वहीं वार्ड 21 के भगवानदास मुहल्ला में एक दो मंजिला मकान का दीवार गिर गया, लाइट का पोल गिरा.
तेज आंधी में दीवार गिरने से तीन की मौत
तेज आंधी-पानी में दीवार एवं छप्पर गिरने से तारडीह प्रखंड के लगमा एवं सदर प्रखंड के धोई में दो महिलाओं की मौत हो गयी. तारडीह प्रखंड के लगमा गांव निवासी राम प्रवेश चौधरी की पत्नी इंद्रमुखी देवी (60) अंगना में बने मरबा पर सोयी थी. अचानक उसके छप्पर गिरने से उसमें दबकर उनकी मौत हो गयी. मुखिया अर्चना चौधरी ने इसकी पुष्टि की है. दूसरी ओर सदर प्रख्ांड के धोई गांव निवासी स्व मायाराम यादव की पत्नी यमुना देवी (45) की मौत की दीवार गिरने से उसमें दबने से हो गयी. पुतई निवासी शिवनंदन सिंह (40) की मौत वर्षा में भींगने से ठंड से हो गयी.
बाजार समिति के शेड उड़े, सैकड़ों क्विंटल खाद्यान्न बरबाद
तेज आंधी का सामना शिवधारा स्थित बाजार समिति का शेड नहीं कर सका और पत्ते की तरह शेड उड़कर जहां-तहां गिर गये. इसके कारण शेडों में रखे सैकड़ों क्विंटल खाद्यान्न भींग गया. 13 अक्तूबर को रविवार होने के कारण बाजार समिति बंद था.