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वार्ड नौ में 34 क्षतिग्रस्त मकान चिह्न्ति
दरभंगा : आधा दर्जन से अधिक बार बड़े-छोटे भूकंप के झटकों के बाद पूर्व से मानव निवास के लिए अनुपयुक्त घोषित मकानों में रहनेवाले वहां किस स्थिति में रह रहे हैं तथा इन झटकों से उन मकानों की जजर्रता कितनी और बढ़ी है, इसे देखने की जुर्रत अबतक न तो नगर निगम प्रशासन और न […]
दरभंगा : आधा दर्जन से अधिक बार बड़े-छोटे भूकंप के झटकों के बाद पूर्व से मानव निवास के लिए अनुपयुक्त घोषित मकानों में रहनेवाले वहां किस स्थिति में रह रहे हैं तथा इन झटकों से उन मकानों की जजर्रता कितनी और बढ़ी है, इसे देखने की जुर्रत अबतक न तो नगर निगम प्रशासन और न ही जिला प्रशासन ने ही आवश्यक समझा है. ऐसे जजर्र मकानों में रहनेवालों ने इसे नियति मानकर उसमें रह रहे हैं.
जानकारी के अनुसार करीब पांच वर्ष पूर्व तत्कालीन नगर आयुक्त के पत्र के आलोक में राजस्व संग्रहकर्ता सुरेश राम ने क्षतिग्रस्त मकानों को सूचिबद्ध किया था. उस सूची के आधार पर ही कनीय अभियंता उदयनाथ झा एवं सहायक नगर अभियंता रतन किशोर ने भवनों की जांच कर रिपोर्ट में जो अपना मंतव्य दिया था, वह इस प्रकार है.
लक्ष्मीसागर मुहल्ला के होल्डिंग 696 में परमेश्वर लाल यादव का एस्बेस्टस मकान, उसी मुहल्ला के होल्डिंग 683 में सरदार औतार सिंह का आरसीसी छत, होल्डिंग 747 के रामेश्वर पूर्वे की पत्नी रामरती देवी के आरसीसी (कड़ी-धरन) के मकान को मानव निवास के लिए अनुपयुक्त बताया गया था.
उसी मुहल्ला में होल्डिंग 855 में देबू पासवान के एस्वेस्टस मकान, होल्डिंग 730 में अकलू पासवान की झोपड़ी, होल्डिंग 731 में गुलाब सिंह का एस्वेस्टस का मकान, होल्डिंग 732 में बिजली पासवान का खपड़पोश मकान, होल्डिंग 740 में दीपलाल शर्मा एवं दशरथ शर्मा का एस्वेस्टसनुमा मकान को भी मानव निवास के लिए अनुपयुक्त बता खाली कराने की अनुशंसा की गयी थी.
लक्ष्मीसागर मुहल्ला स्थित होल्डिंग 677 में गरभू पासवान के खपड़ैल मकान, होल्डिंग 602 में शिवशंकर ठाकुर के खपड़पोश, होल्डिंग 943 में गोविंद दास का खपड़पोश, होल्डिंग 938 में ठक्को झा की पत्नी फूलझड़ी देवी का खपड़ापोश, होल्डिंग 891 में मोतीलाल जाजोदिया की पत्नी विंदा देवी का एस्वेस्टस, होल्डिंग 889 में महेश कुमार साह का एस्वेस्टस छत, होल्डिंग 940 में केदारदास का खपड़ापोश मकान को भी क्षतिग्रस्त बताया गया था. इसी तरह छपकी कॉलोनी में होल्डिंग 1175 में भुल्ला पासवान, होल्डिंग 1177 में परमेश्वर लाल यादव, होल्डिंग 1162 के हकीम नदाफ, होल्डिंग 1145 के हरि उपाध्याय झा के खपड़ापोश मकानों को भी पूर्णत: क्षतिग्रस्त बताते हुए मानव निवास के लिए अनुपयुक्त बताया गया था. इसी वार्ड के शनिचर पासवान, दुखा पासवान, शिवजी ठाकुर, कन्हैया लाल राय, साधुगाछी मुहल्ला के सज्जन मंडल तथा लक्ष्मीसागर स्थित पशुपालन विभाग के कार्यालय परिसर को भी मानव निवास हेतु अनुपयुक्त बताया गया था.
जानकारी के अनुसार वार्ड 9 (पुराना) में अभी भी करीब 80 फीसदी मकान पूर्ववत स्थिति में ही हैं.ऐसी स्थिति में उनमें रहनेवाले कितने सुरक्षित हैं, शायद उनकी सुधि लेने की फुरसत न तो शहर के निर्वाचित प्रतिनिधियों को है और न ही नगर निगम के अधिकारियों को.
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