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सुलझने के बदले बढ़ता गया विवाद
एलएनएमयू में मारपीट से बदला माहौल, संगठनों में तेज हुई गोलबंदी दरभंगा : मंगलवार को लनामिवि के अध्याय में एक और काला अध्याय जुड़ गया. एक शिक्षक के साथ मारपीट कर विवि के पदाधिकारी ने विवि को शर्मशार कर दिया. पांच सूत्री मांगों को लेकर एक पखवारा से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे शिक्षक को लेकर […]
एलएनएमयू में मारपीट से बदला माहौल, संगठनों में तेज हुई गोलबंदी
दरभंगा : मंगलवार को लनामिवि के अध्याय में एक और काला अध्याय जुड़ गया. एक शिक्षक के साथ मारपीट कर विवि के पदाधिकारी ने विवि को शर्मशार कर दिया.
पांच सूत्री मांगों को लेकर एक पखवारा से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे शिक्षक को लेकर विवि प्रशासन के खिलाफ मुखर हो रहे विरोधी स्वर कमजोर पड़ने के बदले और तल्ख हो गये. विभिन्न राजनीतिक संगठनों के साथ छात्र गोलबंद हो गये हैं. लगातार आंदोलन के कारण तनावपूर्ण हुए माहौल में इस घटना ने आग में घी का काम कर दिया. इस मुद्दे पर कुलपति जिस तरह तल्ख तेवर नजर आये उससे निकट भविष्य में इस विवाद के सुलझने के आसार नहीं दिख रहे.
पुलिस के सामने धमकी
दूसरी बार जब धरना स्थल पर दर्जनों की संख्या में ‘उपद्रवी’ पहुंचे तो पुलिस के जवान मौजूद थे. बावजूद खुलेआम कॉलेज शिक्षक सह सीनेट सदस्य डा. आशोक कुमार झा को धमकी दी.
इस दौरान विवि के सुरक्षाकर्मियों के हाथों से डंडा ले लिया और आ धमके. इसी डंडे से मारपीट भी की. मौके की नजाकत को भांपते हुए विवि थानाध्यक्ष ने किसी तरह बीच-बचाव कर मामले को तत्काल शांत किया.
जारी रहेगा धरना : अभेष
इस बाबत आंदोलनरत सेवानिवृत्त शिक्षक अभेषचंद्र झा ने कहा कि विवि प्रशासन भले ही गुंडागर्दी करे हम शांतिपूर्ण आंदोलन का रास्ता नहीं छोड़ेंगे. यह धरना जारी रहेगा. आमजन, शिक्षाविद् व आम छात्र इसमें शरीक होंगे.
छात्र संगठनों ने की निंदा
लनामिवि में मंगलवार को हुई मारपीट की घटना की छात्र संगठनों ने तीखी भर्त्सना की है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक कर्मेदु कुमार यादव की अध्यक्षता में सदस्यों ने इस घटना की निंदा की. नगर मंत्री पिंटू कुमार ने कहा कि इस घटना से शिक्षा जगत सर्मशार हुआ है.
लनामिवि में शैक्षिक माहौल समाप्त हो गया है. यह रणक्षेत्र बन गया. इस मामले की राज्य सरकार जांच कराये और दोषियों को दंडित करे. इधर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने वार्ता के लिए बुलाकर लठैतों द्वारा शिक्षक सुशील झा पर हमला किये जाने को लेकर संगठन के जिला संयोजक संदीप कुमार चौधरी ने कुलपति से इस्तीफे कीमांग की है.
कुलपति को चाहिए था कि पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल
बुलाकर वार्ता करते. इस मामले में मारपीट करने वाले पदाधिकारी पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस उन्हें अविलंब गिरफ्तार करे.
पांच सूत्री मांग को ले चल रहा धरना
सीएम साइंस कॉलेज के सेवानिवृत्त शिक्षक डा. अभेष चंद्र झा पिछले एक पखवाड़ा से पांच सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हैं. इनकी मांगों में न्यायादेश का अनुपालन नहीं किये जाने, वीसी का रवैया तनाशाह सरीखा होने, विश्वविद्यालय नियम-परिनियम का उल्लंघन करने, छात्रों की समस्या का निदान नहीं करने, राज्य सरकार व कुलाधिपति के आदेश का उल्लंघन किये जाने का विरोध शामिल हैं. जैसे-जैसे धरना का दिन बढ़ता गया, लोग इसमें जुड़ते गये. जदयू, लोजपा, अभाविप, आइसा आदि संगठन इनके समर्थन में आ गये. भाजपा के नगर विधायक संजय सरावगी भी धरना स्थल पर पहुंचे थे.
घटना से पहले मंगलवार को एमएलसी मदन मोहन झा भी वहां पहुंचे थे. इस बीच नैक निरीक्षण के बाद कुलपति मुख्यालय से बाहर चले गये. लौटने के बाद मंगलवार को वात्र्ता के लिए बुलाया, जिस क्रम में मारपीट की घटना हो गयी.
ऋषिकेश प्रकरण से आरंभ हुआ विवाद
लनामिवि के इतिहास में संभवत: यह किसी कुलपति का पहला कार्यकाल है जिसमें वीसी व शिक्षक के बीच लगातार टकराहट हुई है. इसका बीजारोपण डा. ऋषिकेश झा के साथ हुए विवाद से हुआ.
इस मामले के बाद लगातार वीसी व शिक्षकों के मध्य टकराहट बढ़ती चली गयी. इसी मुद्दे पर वीसी पर कोर्ट में नालसी भी दर्ज हुआ. इस प्रकरण में कई कॉलेज शिक्षक डा. झा के समर्थन में आ गये. इसके बाद विवि प्रशासन ने कथित तौर पर समर्थन करनेवाले शिक्षकों का स्थानांतरण कर दिया. इस मामले को लेकर शिक्षकगण अदालत की शरण में चले गये.
वहां विवि प्रशासन को झटका लगा. इसके बावजूद विवि ने उस आदेश का अनुपालन नहीं किया. इसके बाद डा. अभेष चंद्र झा का आंदोलन शुरू हो गया, जिसमें इतना बड़ा कांड हो गया.
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