दरभंगाः भूगर्भ जलस्तर लगातार नीचे जाने से शहर के कई वार्डो में पानी का संकट हो गया है. कई वार्डो में जो पार्षद सक्षम हैं, वे अपने स्तर से भी पानी का वितरण करा रहे हैं. शेष वार्डो में नगर निगम के टैंकरों से ही पानी बांटे जा रहे हैं. इस बीच कई वार्डो के पार्षदों की ओर से पानी टैंकर के लिए लगातार बढ़ते दबाव के कारण निगम प्रशासन के लिए इसका वितरण कराना मुश्किल हो रहा है.
वार्डो में जलसंकट की समस्या पर मेयर गौड़ी पासवान ने आनन-फानन में निगम बोर्ड की विशेष बैठक बुलाकर सभी प्रभावित वार्डो में एक हजार लीटर क्षमता वाले तीन-तीन सिंटेक्स तथा दो वाटर टैंकर खरीदने का निर्णय लिया. उस बैठक में नगर आयुक्त नहीं थे. मंगलवार को नगर आयुक्त परमेश्वर राम ने नगर अभियंता रतन किशोर, सहायक नगर अभियंता सऊद आलम, सिटी मैनेजर पांडेय अरविंद अनुरूप, यांत्रिक अभिंतया गणोश दास सहित कई अधिकारी शामिल हुए.
पांच वार्डो में बंटा पानी
जलसंकट से जूझ रहे वार्ड 18, 20, 21, 22, 24 में नगर निगम ने दो टैंकर से पानी वितरण करवाया. सफाई प्रभारी गणोश दास लगातार वितरण व्यवस्था की मॉनीटरिंग कर रहे थे.
सूची बिना नहीं गड़ रहे चापाकल
शहर में 144 चापाकल गाड़ने के लिए निविदा हो चुकी है. अभिकर्ता को वार्ड 1 से 24 एवं 25 से 48 के लिए वर्क ऑर्डर भी दे दिये गये हैं. लेकिन विधायक की सूची के बिना चापाकल नहीं गड़ रहे हैं. नगर आयुक्त परमेश्वर राम ने उक्त बातें कही. दूसरी ओर नगर विधायक संजय सरावगी ने कहा कि चापाकल पीएचइडी को गाड़ना है और उसे हमने 70 चापाकलों की सूची दे दी है. विधायक ने बताया कि आदर्श आचार संहिता के कारण 17 मई तक चापाकल गाड़ने पर रोक लगी थी. कार्यपालक अभियंता को उसमें गति लाने के निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि सूची के सभी चापाकल गड़ने के बाद पुन: दूसरी सूची दी जाएगी. नगर निगम की कार्यपद्धति पर सवालिया निशान लगाते हुए विधायक श्री सरावगी ने कहा कि नगर निगम शहरवासियों से पानी का टैक्स लेता है. इसीलिए शहरवासियों को जल उपलब्ध कराना उसकी नैतिक जिम्मेवारी है. लेकिन निगम प्रशासन जिम्मेवारी से भाग रहा है.
विधायक ने कहा कि राज्य सरकार से जलापूर्ति मद में करीब डेढ़ करोड़ की राशि जमा है. शहर में व्याप्त जलसंकट को देखते हुए निगम प्रशासन को शीघ्र टैंकर खरीदकर वार्डो में जलापूर्ति की व्यवस्था करनी चाहिए, लेकिन दो सप्ताह से जारी जलसंकट के बावजूद निगम प्रशासन सक्रिय भूमिका नहीं निभा रही है.