मुफस्सिल इंस्पेक्टर पर 17 हजार रुपये लेकर केस रफा-दफा करने का लगाया आरोप
हंगामे से कुछ देर तक एसपी कार्यालय में रही अफरा-तफरी
एएसपी और एसडीपीओ ने हंगामा कर रही महिला को कराया शांत
एसडीपीओ कार्यालय के गेट के समीप रोती पीड़ित महिला.
फोटो : 16 पीड़ित महिला इंस्पेक्टर पर लगा रही आरोप
हंगामा
बेतिया : छेड़खानी की पीड़ित महिला ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में हंगामा शुरू कर दी. हंगामा कर रही महिला ने मुफस्सिल पुलिस निरीक्षक मो अमानुल्लाह खां पर छेड़खानी व लूटपाट के मामले को रफा-दफा करने का आरोप लगा रही थी.
हंगामे के कारण एसपी कार्यालय में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का आलम रहा है. महिला के हंगामें पर अपने कक्ष में बैठे एएसपी अभियान राजेश कुमार व एसडीपीओ संजय कुमार झा बाहर आये. हंगामा कर रही महिला को समझा-बुझा कर शांत कराया. हंगामा कर रही चेकपोस्ट के विरन प्रसाद की पत्नी सुनीता देवी ने पुलिस पदाधिकारियों को बताया कि उसके घर में घूस कर लूटपाट किये. विरोध करने पर आरोपियों ने उसके साथ छेड़खानी भी की.
इसको लेकर महिला ने मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसी मामले का अनुसंधान इंस्पेक्टर मो़ अमानुल्लाह खां कर रहे थे. आरोपियों से 17 हजार घुस लेकर इंस्पेक्टर ने केस को रफा-दफा करने में लगे हैं. पीड़िता ने यह भी बताया कि उसका घर पूजहां-पटजिरवा है. वह फरवरी 2016 में बेतिया राज के जमीन पर चेकपोस्ट पर घर बना अपने परिजनों के साथ रहती है. मार्च 2016 में चेकपोस्ट के ही करीमन पटेल से जरूरी काम बता महिला से 70 हजार रुपये देने की बात कही.
महिला ने रुपये देने में जब आनकानी किया,तो 20 जुलाई 206 को रात 9 बजे करीम पटेल, रोहित पटेल, करीन के दो पुत्र, बसवरिया के धर्मेन्द्र पटेल, छोटा बरवत के हरि साह, अच्छेलाल साह आये व घर में घूस कर समान फेंकने लगे. पीड़िता सुनीता के भाई ने विरोध किया,तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट किया. भाई को बचाने व लूटपाट रोकने गयी पीड़िता के साथ आरोपियों ने छेड़खानी भी किया व उसके गले से मंगलसूत्र लूटकर फरार हो गये.
छेड़खानी सहित कई धाराओं में दर्ज प्राथमिकी का मामला अनुसंधान के क्रम में सत्य पाया गया है. आरोपियों से पैसा लेकर बचाने का महिला द्वारा लगाया गया आरोप गलत है.
मो़ अमानुल्लाह खां, इंस्पेक्टर, मुफस्सिल