वाल्मीकिनगर : सीमावर्ती नेपाल में मधेश आंदोलन को लेकर सीमा पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. भारत – नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के सभी बीओपी को अलर्ट कर दिया गया है. बार्डर पर विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है. हालांकि मंगलवार को गंडक बराज के रास्ते दोनों देश के लोगों […]
वाल्मीकिनगर : सीमावर्ती नेपाल में मधेश आंदोलन को लेकर सीमा पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. भारत – नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के सभी बीओपी को अलर्ट कर दिया गया है.
बार्डर पर विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है. हालांकि मंगलवार को गंडक बराज के रास्ते दोनों देश के लोगों की पैदल एवं साइकिल से आवाजाही हुई.
बराज पर एसएसबी के जवानों के द्वारा आने जाने वाले लोगों की गहन तलाशी ली गयी. एसएसबी 21 बटालियन के द्वितीय सेनानायक तारसेन सिंह ने बताया कि नेपाल में मधेश आंदोलन को देखते हुए सीमा पर चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है.
हालांकि मधेश आंदोलन के 45 वें दिन (सोमवार) आंदोलन कारियों की नाकाबंदी थी. इस दौरान आंदोलन कारियों की ओर से नेपाल सरकार को तीन दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है. इसको लेकर एसएसबी की ओर से सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया गया है.
संभावना है कि आवाजाही पर जबरदस्ती रोक लगाये जाने पर हिंसक संघर्ष होने की संभावना है. उधर, भारत एवं नेपाल के सुरक्षा अधिकारियों की बैठक सोमवार की शाम में वाल्मीकिनगर गंडक बराज पर हुई. बैठक में दोनों देश के सुरक्षा अधिकारियों ने शांति पूर्ण ढंग से सीमा की सुरक्षा पर जोर दिया. बैठक में एसएसबी 21 वी वाहिनी के द्वितीय सेनानायक तारसेन सिंह, इंस्पेक्टर शक्ति प्रसाद युनियाल, नेपाल एपीएस के सब इंस्पेक्टर सुरेश प्रसाद गुप्ता, नेपाल त्रिवेणी पुलिस चौकी के मीन बहादूर खत्री समेत अन्य शामिल थे.