बेतिया. चौथी बार चंपारण में शनिवार की संध्या करीब 5 बजे से लेकर 5.10 बजे तक तीन भूकंप के झटके आयी. धरती के हलचल को देख फिर लोग सहम गये. काम-धाम छोड़ लोग सड़क पर भाग निकले. शहर के चौक-चौराहे लोगों से पट गये. भूकंप का दहशत जो धीरे-धीरे लोगों के दिलों से निकले लगा […]
बेतिया. चौथी बार चंपारण में शनिवार की संध्या करीब 5 बजे से लेकर 5.10 बजे तक तीन भूकंप के झटके आयी. धरती के हलचल को देख फिर लोग सहम गये. काम-धाम छोड़ लोग सड़क पर भाग निकले. शहर के चौक-चौराहे लोगों से पट गये. भूकंप का दहशत जो धीरे-धीरे लोगों के दिलों से निकले लगा था उसकी याद शनिवार को ताजा हो गयी. गांव से लेकर शहर तक भूकंप की चर्चाओं होने लगी. घर में घुसने से भी लोग अब डरने लगे है. कब भूकंप आ जाये. लोग इसकी उधेड़-बुन में लग गये.
पांच मिनट की आंधी में पुजारी की मौत
नरकटियागंज/बेतिया. भूकंप के बाद शनिवार को दिन में डेढ़ बजे आयी आंधी ने तबाही मचा दी. पांच मिनट की इस तूफान से नरकटियागंज में जहां दीवार के नीचे दबकर मंदिर के पुजारी की मौत हो गयी. वहीं बेतिया सदर अस्पताल में पुराना पेड़ गिर गया. ग्रामीण क्षेत्रों में आंधी से नुकसान की खबर है.
नरकटियागंज प्रतिनधि के अनुसार, शिकारपुर थाना के भसुरारी गांव स्थित रामजानकी मंदिर के पुजारी बाबा बुनी दास(85) अपनी कुटिया में सोये थे. इसी दौरान आयी तेज आंधी में कुटिया की दीवार गिर गयी और इसके नीचे दबने से पुजारी की मौके पर ही मौत हो गयी. बाबा के मौत की खबर सुनते ही मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गयी. इधर, बेतिया एमजेके सदर अस्पताल के आईसीयू के बगल में वर्षा से खड़ा पुराना नीम का पेड़ आंधी की वजह से गिर गया. इससे थोड़ी देर के लिए अस्पताल में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी. गनीमत रहा कि पेड़ परिसर की ओर गिरा.