बेतिया : सावन मास. कृष्ण पक्ष. पूर्वाखाड़ नक्षत्र. इस बार शिव की भक्ति करने वाले श्रद्धालुओं के लिए सावन मास कुछ खास रहने वाला है. इस बार सावन में पांच से अधिक योग बन रहे हैं जो शिव भक्तों के लिए भोले की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष फलदायी रहेंगे. भगवान शिव की भक्ति […]
बेतिया : सावन मास. कृष्ण पक्ष. पूर्वाखाड़ नक्षत्र. इस बार शिव की भक्ति करने वाले श्रद्धालुओं के लिए सावन मास कुछ खास रहने वाला है. इस बार सावन में पांच से अधिक योग बन रहे हैं जो शिव भक्तों के लिए भोले की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष फलदायी रहेंगे. भगवान शिव की भक्ति का महीना सावन 10 जुलाई से शुरू हो रहा है. इस बार सावन कई अद्भुत योग लेकर आ रहा है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसान, इस बार सावन का हर दिन दुर्लभ संयोगों से परिपूर्ण है. पूरे माह तीर्थ यात्रा के संयोग हैं.
पंडित दिवाकर कृष्ण त्रिपाठी ने बताया कि कई दशकों बाद सावन में ऐसे योग बन रहे हैं, जिसमें रोजगार में तरक्की, आय में वृद्धि ज्ञान और कृषि के क्षेत्र में उन्नति की संभावनाएं प्रबल हैं. सावन इस बार भी 29 दिन का ही होगा, लेकिन सोमवार पांच होंगे. सावन के पहले दिन वैधृति योग का विशेष संयोग भी बन रहा है जो शिव भक्तों के लिए फलदायी रहेगा.
सावन के तीन सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं और सावन सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग में ही शुरू होगा. सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग में ही समाप्त होगा. इन योगों में शिव की भक्ति विशेष आशीर्वाद दिलाने वाली होगी. पंडित त्रिपाठी के अनुसार श्रावण बदी सप्तमी यानि 16 जुलाई रविवार को कर्क संक्रांति आ रही है जो पूरे 30 मुहूर्त की रहेगी. पूरे 30 दिन की संक्राति का होना शुभता का प्रतीक है. संक्राति का वार नाम घोड़ा है, जो सुख-समृद्धि दायक रहेगा. संक्रांति का वाहन बाघ व उपवाहन घोड़ा है जो सुख-शांति का द्योतक है, लेकिन मंदी का दौर रहेगा व महंगाई नियंत्रित रहेगी.
खास बातें
नौ जुलाई की शाम पांच बजे से अमृत व सर्वार्थ सिद्धि योग में शुरू होगा सावन, माह में पड़ेंगे कुल पांच सोमवार
दुर्लभ संयोगों से परिपूर्ण है सावन का हर दिन, तीर्थ यात्रा करना होगा श्रेयस्कर
चंद्रग्रहण का दुर्लभ योग
सावन में आने वाली दोनों एकादशी अपने वार गुरुवार को आ रही है जो शिव भक्तों के लिए फलप्रद रहेगी. सावन का समापन सात अगस्त को होगा. इस दिन चंद्रचुड़ामणि चंद्रग्रहण का दुर्लभ योग भी बन रहा है. ज्योतिष के जानकारों की मानें तो चंद्रचूड़ामणि चंद्रग्रहण का संयोग करीब तीन दशक बाद बन रहा है. इस दिन रक्षा बंधन का पर्व भी है और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है.
इस बार सावन माह में पांच सोमवार पड़ेंगे. पांचों सोमवार को व्रत और पूजा करने से भोलेनाथ का विशेष आशीर्वाद मिलेगा.
यह पवित्र माह सोमवार से ही शुरू होगा और सोमवार को ही समापन (सात अगस्त) भी होगा. खास योग कई वर्षों के बाद ही बनता है. शुभ नक्षत्र और संयोग से सजा यह सावन 10 जुलाई सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग, उत्तरा आषाढ़ नक्षत्र से शुरू होकर सात अगस्त रक्षाबंधन तक चलेगा. दूसरा सोमवार 17 जुलाई को, तीसरा सोमवार 24 जुलाई को पड़ेगा. वहीं, चौथा सोमवार 31 जुलाई व पांचवां सात अगस्त को रहेगा. इसमें तीसरे सोमवार 24 जुलाई को पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है.