रक्सौल : नेपाल सरकार के द्वारा नेपाल संसद में मधेशी दलों की मांग को शामिल करते हुए दर्ज कराये गये संविधान संशोधन प्रस्ताव को नहीं मानने के निर्णय के प्रति मधेशी मोर्चा ने हल्का सकारात्मक रूख दिखाया है. हालांकि मोर्चा ने यह स्पष्ट किया है कि जो संशोधन प्रस्ताव लाया गया है, उसे उसी तरह नहीं माना जायेगा,
लेकिन वार्ता के माध्यम से बीच का रास्ता निकाला जा सकता है. शनिवार की शाम तमलोपा के अध्यक्ष महंथ ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में संशोधन प्रस्ताव के प्रति सकारात्मक धारना बनाने के लिए वार्ता का रास्ता खुलने की बात कही. वहीं मोर्चा की बैठक में एमाले व थारू समुदाय के द्वारा किये जा रहे आंदोलन की भी समीक्षा की गयी. बैठक में शामिल फोरम गणतांत्रिक के अध्यक्ष राजकिशोर यादव ने बताया कि सतारूढ़ दलों के द्वारा लाये गये संविधान संशोधन प्रस्ताव को समझदारी के आधार पर थोड़ा बदलाव कर स्वीकार किया जा सकता है.