मोतिहारी : नेपाल के वीरगंज से हथियार समेत पकड़ा गया चर्चित सिमरन कांड का मुख्य आरोपी शमीम अख्तर के सेक्स रैकेट को आयशा नाम की एक लड़की संचालित कर रही थी. आयशा दिल्ली एनसीआर इलाके की रहने वाली है. वह अभी पटना के नारी निकेतन में है. उप्र के सहारनपुर के दीपांशु ने उसे शमीम के पास भेजा था. इसका खुलासा खुद आयशा ने पुलिस को दिये बयान में किया है.
पुलिस ने आयशा को सिमरन मामले में मोतिहारी से गिरफ्तार किया है. इसके बाद उसे नारी निकेतन भेज दिया गया. चौंकाने वाली यह है कि इनती बड़ी घटना की चश्मदीद व गुनाह में बराबर की भागीदार आयशा का बयान लेकर भी पुलिस ने कार्रवाई को अभी तक आगे नहीं बढ़ाया. आयशा ने पुलिस को दिये बयान में बताया कि शमीम ह्यूमन ट्रैफिकिंग रैकेट का माहिर सदस्य है. उसने सिमरन को सिलीगुड़ी में ही देह व्यापार के दलदल में धकेला था. उस समय सिमरन की उम्र 10 साल थी. शमीम से बड़ा सेक्स रैकेट का संचालक सहारनपुर का दीपांशु है.
50 से अधिक छात्राओं को रैकेट में धकेला
आयशा ने पुलिस को दिये बयाने में कहा है कि वह दिल्ली एनसीआर इलाके से भाग कर सहारनपुर पहुंची. वहां उसकी मुलाकात दीपांशु से हुई. उसने आयशा का पहले शारीरिक शोषण किया. इसके बाद नयी लड़कियों को फंसाने का काम सौंप दिया. वह अब तक 50 से अधिक स्कूली छात्राओं को दीपांशु के सेक्स रैकेट के दलदल में फंसा चुकी है. दीपांशु ने ही उसे घर से भटकी हुई लड़कियों को फंसाकर शमीम के हवाले करने के लिए मोतिहारी भेजा था. शमीम की गिरफ्तारी के बाद आयशा एक बार फिर पुलिस जांच की महत्वपूर्ण कड़ी बन गयी है.
संदिग्ध हरकत के कारण भेजी गयी पटना
बताया जाता है कि आयशा जब मोतिहारी के नारी निकेतन में थी, तो वहां की करीब 20 लड़कियों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उन्हें फंसा चुकी थी. उसने अल्पावास गृह की खिड़की की ग्रिल का पेंच चम्मच से खोल सभी लड़कियों को लेकर भागने का प्लान भी बनाया था. हालांकि, इससे पहले ही उसका भेद खुल गया, उसके बाद उसको पटना के नारी निकेतन में शिफ्ट कर दिया गया. तब से वहीं पर है. आयशा करती थी सिमरन की रखवाली आयशा ही सिमरन की निगरानी करती थी. बताया जाता है कि शमीम जब किसी के पास सिमरन को परोसता था, तो आयशा गेट के बाहर पहरेदारी करती थी. रेलवे व बस स्टैंड से भी कई लड़कियों को फंसा कर शमीम के हवाले करनेवाली आयशा का भी शोषण हुआ. दीपांशु व शमीम ने मिलकर उसकी जिंदगी बरबाद कर दी.