रक्सौल (मोतिहारी) : नेपाली उद्योगपति सुरेश केडिया को बरामद कर पुलिस ने उनके परजिनों को सौंप दिया है. इससे पहले पुलिस ने दिन के 12 बजे कोटवा थाना क्षेत्र में हाइवे से उन्हें बरामद किया. मेडिकल जांच के बाद रक्सौल ले आया गया. बेतिया पुलिस अधीक्षक विनय कुमार ने कहा, केडिया अपहरण कांड में किसी तरह के पैसे का लेनदेन नहीं हुआ. अपहरणकर्ताओं को केडिया परिवार से संपर्क करने का मौका नहीं मिल सका है. अपहरण कांड के उद्भेदन के लिए पुलिस ने टीम गठित की थी, जिसमे वैशाली, सारण, मोतिहारी व बेतिया की पुलिस शामिल थी.
Advertisement
अपहृत नेपाली व्यवसायी सुरेश केडिया मोतिहारी से मुक्त
रक्सौल (मोतिहारी) : नेपाली उद्योगपति सुरेश केडिया को बरामद कर पुलिस ने उनके परजिनों को सौंप दिया है. इससे पहले पुलिस ने दिन के 12 बजे कोटवा थाना क्षेत्र में हाइवे से उन्हें बरामद किया. मेडिकल जांच के बाद रक्सौल ले आया गया. बेतिया पुलिस अधीक्षक विनय कुमार ने कहा, केडिया अपहरण कांड में किसी […]
एसपी ने कहा हम लोगों का पहला उद्देश्य था कि सुरेश केडिया को सुरक्षित बरामदगी का था. अगवा करनेवालों की गिरफ्तारी इसके बाद की प्राथमिकता थी. हालांकि इस मामले में रक्सौल के रंजन झा को मोतिहारी के छतौनी चौक से गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास से पिस्टल, चार गोली व तीन मोबाइल बरामद हुआ है.
एसपी ने कहा कि इनमें एक मोबाइल ऐसा था, जिससे सिर्फ उन्हीं लोगों से बातचीत की जा रही थी, जो इस अपहरणकांड में शामिल थे. मोबाइल मिलने के बाद पुलिस को कई सुराग हाथ लगे थे. इससे हम लोगों का काम आसान हो गया. हम लोग उसी इलाके पर फोकस किये हुये थे, जहां केडिया को रखने की आशंका थी. पुलिस की दबिश से रविवार को दिन के 12 बजे अपहरणकर्ताओं ने उन्हे छोड़कर भाग गये. इस कांड में मोतिहारी के साथ नेपाल के अपराधी शामिल हैं. जिन्हें नेपाल पुलिस के सहयोग से गिरफ्तातार किया जायेगा. नेपाली अपराधियों ने मुख्य रूप से लाइनर व हथियार उपलब्ध कराने का काम किया.
बीते गुरुवार को अपराधियों ने बड़े पेशेवर तरीके से सुरेश केडिया के गाड़ी को रोकने को कहा. गाड़ी रुकने से पहले ही उसका सीसा तोड़ दिया. उन्हें अपनी गाड़ी में बैठा लिया. केडिया के चालक ने किसी तरह का विरोध नहीं किया. इसके बावजूद अपराधियों ने उसे गोली मार दी. मोतिहारी एसपी जितेंद्र राणा ने कहा कि नेपाल पुलिस से सूचना मिलने के बाद हमने मोतिहारी जिला के सीमाई इलाकों को सील कर दिया था, ताकि अपराधी मोतिहारी जिला से बाहर नहीं निकल सके.
नेपाल पुलिस ने की थी हमारी मदद, हमने भी की
बेतिया एसपी विनय कुमार ने कहा कि बबलू दूबे, यासिन भटकल समेत कई अपराधियो को नेपाल पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया गया था. पहली बार नेपाल पुलिस को मदद करने का मौका मिला था. हमलोगों ने मन से मदद की और सुरेश केडिया की बरामदगी हुई है. हाथ बांधे जाने की वजह से केडिया को हल्की खरोच आयी है. साथ ही अगवा करनेवाले गाड़ी बहुत तेजी से चला रहे थे. इस दौरान उनके पीठ में चोट लगी है.
एसपी ने कहा कि सुरेश केडिया के अपहरम में बबलू दूबे का हाथ है, जो चुनाव से पहले मोतिहारी जेल में बंद था. अब बक्सर जेल में हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में जिन लोगों को हिरासत में लिया गया था. उनसे आगे की पूछताछ की जायेगी. सुरेश केडिया को बरामद करनेवाली टीम में रक्सौल एसडीपीओ राकेश कुमार, हाजीपुर में पदास्थापित इंस्पेक्टर दिलीप कुमार, सारण में पदास्थापित इंस्पेक्टर रवि कुमार, विजय कुमार, बेतिया के कुंदन कुमार, रामगढ़वा थानाध्यक्ष कुमार रौशन शामिल थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement