रक्सौल : नेपाल के संविधान में अपने मांग को शामिल कराने व मधेशियों के हक व अधिकार के लिए बीतें 66 दिनों से जारी मधेश आंदोलन मंगलवार को भी जारी रहा. संयुक्त लोकतांत्रिक मधेशी मोर्चा व संघीय समावेशी मोर्चा के मधेश के हक के लिए चलाये जा रहे आंदोलन के क्रम में मंगलवार को भी मधेशी दलों के कार्यकर्ता व मधेश के लोग भारत-नेपाल सीमा स्थित नो-मेंस लैंड पर धरना देते रहे.
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नेपाल सद्भावना पार्टी के अध्यक्ष राजेन्द्र महतो ने कहा कि आंदोलन किसी भी सुरत में वापस नहीं होगा. अभी दशहरा का समय चल रहा है, इसके बाद भी भारी संख्या में लोग आंदोलन में भाग ले रहे हैं. इससे स्पष्ट है कि मधेश की जनता अब अपने हक व अधिकार के लिए जाग चुकी है और जब तक नेपाल सरकार मधेशी जनता को उसका हक नहीं देती है,
तब तक आंदोलन जारी रहेगा. इन सब के बीच 26 दिनों की नाकेबंदी होने के बाद भी नेपाल सरकार के द्वारा मधेशी दलों के साथ वार्ता के लिए किसी प्रकार का सार्थक प्रयास नहीं किया गया है. वहीं मंगलवार को मुसलिम समाज के द्वारा रैली निकालकर आंदोलन को समर्थन का एलान किया गया.